संयुक्त राष्ट्र: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी आक्रमण के बाद इंडिया और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हस्तक्षेप किया है। उन्होंने इंडिया के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से विभिन्न बातचीत कर के वारदात की कड़ी निंदा की है।
संयुक्त राष्ट्र: इंडिया-पाक नेताओं से की सीधी बातचीत
गुटेरेस ने अपने कॉल में यह स्पष्ट किया कि वह आतंकवाद के किसी भी रूप को स्वीकार नहीं करते। उन्होंने न्याय और उत्तरदायित्व के लिए वैध माध्यमों से आगे बढ़ने की आवश्यकता पर बल दिया और इंडिया-पाकिस्तान के बीच बढ़ते परेशानी पर चिंता जाहिर की।
जयशंकर और गुटेरेस की बातचीत
विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया पर बताया कि उन्होंने गुटेरेस से फोन पर बात की और उनकी आतंकवाद की निंदा की सराहना की। जयशंकर ने दोहराया कि इंडिया आक्रमण के गुनहगारो को न्याय के कठघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
शरीफ ने रखी निष्पक्ष छानबीन की मांग
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने भी गुटेरेस से बात की और कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद की निंदा करता है, लेकिन इंडिया के अभियोग बेबुनियाद हैं। उन्होंने वारदात की पारदर्शी और निष्पक्ष छानबीन की मांग की और कहा कि पाकिस्तान अपनी संप्रभुता की रक्षा करने में सक्षम है।
भारत की सख्त प्रतिक्रिया और सैन्य तैयारियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के बाद रक्षा मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और सेनाध्यक्षों के साथ बैठक की। इस बैठक में फैसला लिया गया कि आतंकवाद पर कड़ा प्रहार भारत की राष्ट्रीय नीति है और सेना को कार्रवाई की पूरी आजादी दी गई है।
सिंधु जल संधि पर भारत का फैसला
इंडिया ने 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित करने का फैसला किया है जब तक कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को पूरी तरह नहीं रोकता। इसके साथ ही अटारी बॉर्डर बंद कर दिया गया है और पाकिस्तान नागरिकों को देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है।