यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी पर मंथन
कीव/ मास्को: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की(Zelensky) आज (08 दिसंबर) लंदन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ गुप्त मुलाकात करेंगे। इस बैठक में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) और जर्मनी(Germany) के चांसलर फेडरिक मर्त्ज भी शामिल होंगे। यह बैठक यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी और अमेरिका के नेतृत्व वाले शांति प्लान पर चर्चा करने के लिए बंद कमरे में आयोजित की जा रही है। यूरोपीय नेता अमेरिका के 28 सूत्रीय शांति प्लान पर सहमत नहीं हैं, क्योंकि उनका मानना है कि यह यूक्रेन को अपनी जमीन (लगभग 20%, जिसमें डोनबास शामिल है) छोड़ने के लिए मजबूर करेगा, सेना सीमित करेगा और भविष्य में रूस को फिर से हमला करने का फायदा पहुंचाएगा।
ट्रम्प जूनियर का आरोप और यूरोपीय देशों का काउंटर-प्लान
एक ओर जहाँ यूरोपीय लीडर्स अमेरिकी प्लान को रूस के लिए फायदेमंद बताकर खारिज कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर डोनाल्ड ट्रम्प के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर ने जेलेंस्की(Zelensky) पर जानबूझकर जंग खींचने का आरोप लगाया है। ट्रम्प जूनियर का तर्क है कि जब तक अमेरिका पैसा देता रहेगा, जेलेंस्की शांति नहीं लाएंगे क्योंकि उन्हें डर है कि युद्ध खत्म होने पर वह चुनाव हार सकते हैं। उन्होंने यूक्रेन को रूस से भी ज्यादा भ्रष्ट बताया और चेतावनी दी कि ट्रम्प प्रशासन यूक्रेन जंग से पूरी तरह पीछे हट सकता है। इसके जवाब में, जेलेंस्की और यूरोपीय नेता अमेरिकी प्लान में बड़े बदलाव करवाने के लिए लंदन में अपना एक काउंटर-प्लान (जो पहले 19 सूत्रीय था, अब 20 सूत्रीय हो गया है) बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं, जिसका मुख्य जोर सैन्य गारंटी और रूस के भविष्य के हमलों को रोकने के ठोस उपायों पर है।
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यूरोप की चिंता और सुरक्षा का भविष्य
यूरोपीय नेताओं की सबसे बड़ी चिंता यह है कि यदि यूक्रेन ने पूर्वी इलाके और जापोरिज्जिया न्यूक्लियर प्लांट रूस को सौंप दिए, जैसा कि अमेरिकी प्लान में सुझाया गया है, तो रूस 5-10 साल बाद पूरे यूरोप की सुरक्षा को खतरे में डालते हुए फिर से हमला कर देगा। फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने चेतावनी दी थी कि अमेरिका बिना मजबूत सुरक्षा गारंटी दिए यूक्रेन को क्षेत्र छोड़ने के लिए मजबूर कर सकता है। यूरोपीय देश ऐसी “कागज की शांति” नहीं चाहते जो जमीन पर अस्थिर हो। ब्रिटिश मंत्री पैट मैकफेडन ने स्पष्ट कहा है कि आज की बैठक यह तय कर सकती है कि 2026 में यूक्रेन का नक्शा कैसा होगा, क्योंकि वे रूस को भविष्य में हमला करने से रोकने के लिए ठोस सुरक्षा गारंटी चाहते हैं।
यहां के लीडर्स अमेरिका के शांति प्लान पर क्यों सहमत नहीं हैं?
यूरोपीय लीडर्स(Zelensky) का मानना है कि अमेरिका का 28 सूत्रीय प्लान रूस को ज्यादा फायदा पहुंचाएगा। इस प्लान के तहत यूक्रेन को अपनी लगभग 20% जमीन (डोनबास सहित) रूस को देनी होगी, सेना सीमित करनी होगी और नाटो की एंट्री भी नहीं होगी। यूरोप को डर है कि यह यूक्रेन को कमजोर कर देगा और भविष्य में रूस को फिर से हमला करने का मौका देगा।
डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की पर क्या आरोप लगाया है?
डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर ने जेलेंस्की पर जानबूझकर जंग लंबा खींचने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जेलेंस्की को डर है कि युद्ध खत्म होने पर वह चुनाव नहीं जीत पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक अमेरिका पैसा देता रहेगा, यूक्रेन शांति नहीं लाएगा और यूक्रेन रूस से भी ज्यादा भ्रष्ट देश है।
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