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JP Power: जेपी पावर को मिला 7400 करोड़ का ऑफर

Dhanarekha
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JP Power: जेपी पावर को मिला 7400 करोड़ का ऑफर

वेदांता के लिए बढ़ सकती हैं मुश्किलें

नई दिल्ली: जयप्रकाश ग्रुप की पावर कंपनी जयप्रकाश पावर(JP Power) वेंचर्स को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। कोटक अल्टरनेट एसेट्स(Kotak Alts) ने इसके कर्ज और अनिवार्य रूप से परिवर्तनीय वरीयता शेयरों के लिए सबसे ऊंची बोली लगाई है। लगभग 7,400 करोड़ रुपये की इस पेशकश से वेदांता के मालिक अनिल अग्रवाल(Anil Agarwal) के लिए चुनौती बढ़ सकती है

कोटक का बड़ा दांव और वेदांता की चिंता

अगर जयप्रकाश पावर(JP Power) का नियंत्रण कोटक अल्ट्स जैसे किसी तीसरे पक्ष को मिल जाता है, तो जेएएलकी प्रमुख संपत्तियों पर वेदांता का प्रभाव घट सकता है। जेएएल इस समय दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही है और उसकी जयप्रकाश पावर में 24% हिस्सेदारी है।

बीते दिनों वेदांता ने अडानी एंटरप्राइजेज को पछाड़कर जेएएल के लिए बोली जीती थी। कभी रियल एस्टेट, सीमेंट और पावर सेक्टर में सबसे बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर समूहों में शामिल जयप्रकाश ग्रुप अब लगातार अपने एसेट बेचने की स्थिति में है।

पेशकश के बाद हिस्सेदारी का समीकरण

सूत्रों के अनुसार, कोटक अल्ट्स ने कर्जदाताओं के स्वामित्व वाले CCPS के लिए 3,805 करोड़ और कर्ज के लिए 3,600 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। इन CCPS के बदले कोटक को जेपी पावर में 25% हिस्सेदारी मिल सकती है। आगे चलकर 26% हिस्सेदारी के लिए ओपन ऑफर आने पर कंपनी में उसका नियंत्रण जेएएल से दोगुना हो सकता है।

जेपी पावर(JP Power) की कुल उत्पादन क्षमता 2.2 गीगावाट है, जिसमें दो थर्मल और एक हाइड्रोइलेक्ट्रिक यूनिट शामिल हैं। वित्त वर्ष 2024 में इसने 2,200 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ दर्ज किया। मंगलवार को कंपनी का शेयर बीएसई पर 3.84% गिरकर 19.26 रुपये पर बंद हुआ था, जबकि अगले दिन हल्की बढ़त दर्ज हुई।

कंपनी पर भारी कर्ज का बोझ

31 मार्च 2025 तक जेपी पावर(JP Power) पर 3,76,562 लाख रुपये का कर्ज था। इसमें लंबी और छोटी अवधि के कर्ज दोनों शामिल हैं। पिछले वर्ष यह आंकड़ा 4,24,179 लाख रुपये था। कंपनी का कहना है कि शुद्ध कर्ज घटकर 2,21,005 लाख रुपये रह गया है।

यानी कुछ कर्ज चुका देने के बावजूद भी कंपनी पर अब भी भारी बोझ है। यही कारण है कि निवेशकों की बोली को लेकर कंपनी और कर्जदाता दोनों उत्सुक हैं।

कोटक अल्ट्स की बोली से वेदांता को खतरा क्यों है?

अगर कोटक अल्ट्स जेपी पावर में बड़ा हिस्सा हासिल कर लेती है, तो वेदांता का जेएएल पर अप्रत्यक्ष प्रभाव कम हो जाएगा। इससे उसकी रणनीतिक पकड़ कमजोर हो सकती है।

जेपी पावर की मौजूदा क्षमता और प्रदर्शन क्या है?

कंपनी की कुल बिजली उत्पादन क्षमता 2.2 गीगावाट है। इसमें थर्मल और हाइड्रो यूनिट शामिल हैं। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने 2,200 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ दर्ज किया, हालांकि कर्ज का बोझ अब भी काफी बड़ा है।

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