साल 2001 में आई गदर फिल्म: एक प्रेम कथा’ हिन्दुस्तानी सिनेमा की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर मूवी में से एक है।
सिनेमा में सनी देओल और अमीषा पटेल की जोड़ी ने दर्शकों का दिल जीत लिया था।
लेकिन सालों से अफवाह थी कि सिनेमा में सकीना का किरदार पहले काजोल को ऑफर हुआ था।
गदर फिल्म: काजोल ने खुद किया इनकार
हाल ही में एक इंटरव्यू में काजोल ने इस खबर को पूरी तरह गलत बताया।
उन्होंने कहा:
“मुझे ‘गदर’ का ऑफर कभी नहीं मिला। ये सिर्फ अफवाह थी।”
काजोल ने माना कि उन्हें कई बड़ी मूवी ऑफर हुई थीं, लेकिन उनके नाम बताना उचित नहीं होगा क्योंकि उन पर अब दूसरे कलाकारों की पहचान बन चुकी है।
क्यों छोड़ा पिता का सरनेम?
काजोल, प्रमुख अभिनेत्री तनुजा और प्रोड्यूसर शोमू मुखर्जी की बेटी हैं।
लेकिन उन्होंने कभी ‘मुखर्जी’ सरनेम को अपने प्रोफेशनल नाम में नहीं जोड़ा।

एक सोच-समझकर लिया गया फैसला
काजोल ने साक्षात्कार में कहा:
“मैं अपने काम से पहचान बनाना चाहती थी, ना कि अपने कुटुंब के नाम से। इसलिए सरनेम का इस्तेमाल नहीं किया।”
- काजोल नहीं चाहती थीं कि लोग उन्हें उनके माता-पिता की वजह से पहचानें।
- मां तनुजा चाहती थीं कि वह कुटुंब की विरासत को आगे बढ़ाएं।
- लेकिन काजोल ने अपनी अलग पहचान बनाने का रास्ता चुना।
अभिनय में नहीं थी दिलचस्पी
काजोल ने बताया कि वह कभी अभिनय बनने की इच्छुक नहीं थीं।
- बचपन में मां को लगातार काम करते देख उन्होंने सोचा था कि वह एक साधारण 9 से 5 जॉब करेंगी।
- लेकिन किस्मत ने उन्हें अदाकारी की ओर मोड़ दिया।
‘बेखुदी’ (1992) से उन्होंने करियर की शुरुआत की और फिर ‘बाजीगर’, ‘DDLJ’, ‘कुछ कुछ होता है’ जैसी हिट सिनेमा से उन्होंने अपना नाम चमकाया।