कठुआ में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ का सिलसिला जारी है। पिछले कुछ दिनों से जारी इस ऑपरेशन में दो जवानों के शहीद होने की खबर है। सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को घेर लिया है, और ऑपरेशन जारी है।
पिछले कुछ दिनों में मुठभेड़ों की श्रृंखला
23 मार्च को हीरानगर सेक्टर में मुठभेड़ के बाद, 29 मार्च को राजबाग के घाटी जुथाना इलाके में फिर से मुठभेड़ शुरू हुई। इसमें एक पुलिसकर्मी शहीद हुआ और दो अधिकारी घायल हुए। सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरकर तलाशी अभियान जारी रखा है।
आतंकवादियों के खिलाफ जारी ऑपरेशन
सुरक्षा बलों का मानना है कि ये आतंकवादी उसी समूह के हैं जो पहले की मुठभेड़ों में भाग गए थे। इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद, तलाशी और घेराबंदी अभियान तेज कर दिया गया है। पैरा कमांडो की तैनाती भी की गई है ताकि आतंकवादियों को जल्द से जल्द ढेर किया जा सके।
आतंकी हमलों में जवानों की शहादत
पिछले वर्ष जुलाई में भी कठुआ में एक आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हो गए थे। आतंकवादियों ने सेना के वाहन पर ग्रेनेड से हमला किया था, जिसमें चार जवान शहीद हुए थे। एक अन्य घायल जवान ने अस्पताल में दम तोड़ा था।
आज तक

सुरक्षा बलों की सतर्कता और अभियान
सुरक्षा बलों की सतर्कता और निरंतर प्रयासों के बावजूद, आतंकवादियों की गतिविधियां जारी हैं। इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद, सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान तेज कर दिया है। आतंकी गतिविधियों पर काबू पाने के लिए पैरा कमांडो की तैनाती भी की गई है।
भविष्य की चुनौतियां और सुरक्षा बलों की भूमिका
कठुआ और राजौरी जिलों में आतंकवादियों की सक्रियता सुरक्षा बलों के लिए चुनौती बनी हुई है। आतंकी गतिविधियों पर काबू पाने के लिए सुरक्षा बलों को लगातार गुप्तचर जानकारी और स्थानीय समर्थन की आवश्यकता है। आने वाले दिनों में इन इलाकों में सुरक्षा बलों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होगी।कठुआ में जारी इस ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए जवानों की शहादत को सलाम करते हुए, हम उनके बलिदान को याद करते हैं। सुरक्षा बलों की निरंतर कोशिशों से ही आतंकवाद पर काबू पाया जा सकेगा।