लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी (YOGI) आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को उत्तम स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बड़ा कदम उठाया है। सीएम योगी ने सोमवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में हृदय रोगियों के इलाज के लिए 105 करोड़ की लागत से बनी न्यू कॉर्डियोलॉजी विंग की सौगात दी। यहां पर हृदय रोगियों का आधुनिक और विश्वस्तरीय सुविधाओं से इलाज किया जाएगा। वहीं अब उन्हे हृदय संबंधी समस्या और सर्जरी के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
न्यू कॉर्डिलॉजी विंग में 92 आईसीसीयू बेड पर भर्ती होंगे मरीज
केजीएमयू वीसी प्रो. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में निरंतर सुधार और विस्तार कर रही है। इसी के तहत प्रदेश के विभिन्न जिलों में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाखों मरीजों को निःशुल्क इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में केजीएमयू भी अत्याधुनिक सुविधाओं से मरीजों का इलाज करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वीसी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यू कार्डियोलॉजी विंग का उद्धाटन किया।

प्रदेशभर के हृदय रोगियों को राहत मिलेगी
इससे लखनऊ के साथ प्रदेशभर के हृदय रोगियों को राहत मिलेगी। अभी तक हृदय रोगियों को इलाज के लिए एसजीपीजीआई, लोहिया संस्थान और लारी कार्डियोलॉजी पर निर्भर रहना पड़ता था, जहां बेड की सीमित उपलब्धता के कारण मरीजों को अक्सर रेफर करना पड़ता था। वर्तमान में लारी कार्डियोलॉजी में मात्र 84 बेड उपलब्ध हैं, जिससे अधिकतर समय सभी बेड फुल रहते हैं। अब नए भवन के शुरू होने से इसमें 92 आईसीसीयू नए बेड जुड़ गए हैं, जिससे कुल क्षमता 176 बेड तक पहुंच गई है।
लारी, सीटीवीएस पर कम होगा मरीजों का दबाव, वेटिंग होगी खत्म
न्यू कॉर्डियोलॉजी विंग अत्याधुनिक उपकरणों से लैस है। इससे हृदय रोगों की जांच और इलाज पहले से कहीं अधिक सटीक और प्रभावी हो सकेगा। नई कार्डियोलॉजी विंग से लारी और सीटीवीएस विंग पर मरीजों का दबाव कम होगा। हृदय रोगियों को इलाज के लिए अलग-अलग विभागों में भटकना नहीं पड़ेगा। मरीजों को विभिन्न जांचों और एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी जैसी जटिल प्रक्रियाओं के लिए लंबा इंतजार से भी छुटकारा मिलेगा।
इन विश्वस्तरीय और आधुनिक चिकित्सा उपकरण से लैस है न्यू कॉर्डियोलॉजी विंग
- स्टेट ऑफ आर्ट 2 कैथ लैब
- हाई एंड इकोकार्डियोग्राफी सिस्टम
- थ्री-डी ईको कार्डियोग्राफी मशीनें – 6
- बेड साइड मॉनिटर विद नर्सिंग स्टेशन – 96
- सिरिंज इन्फ्यूजन पंप – 120
- टेंपरेरी पेसिंग पेसमेकर – 25
- ओसोटी मशीन और टीएमटी मशीन – एक-एक
KGMU लखनऊ का नया नाम क्या है?
केजीएमयू (King George’s Medical University), लखनऊ — जिसका पुराना नाम King George’s Medical College था — का वर्तमान नाम “King George’s Medical University” (KGMU) ही है।
केजीएमयू लखनऊ के संस्थापक कौन है?
1905–06: संस्थान की नींव राजा सिद्दिक रसूल खान, महाराजा प्रताप नारायण सिंह (और अन्य दक्षिणी-उत्तर प्रदेश के राजाओं और ज़मींदारों) की पहल और सहयोग से रखी गई, जिन्होंने निर्माण के लिए धन एवं भूमि जुटाई; ब्रिटिश सरकार ने तीन शर्तों पर इसे मंज़ूर किया।
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