Mayawati ने भतीजे आकाश के लिए फिर से सीमा रेखा बनाई

By Vinay | Updated: June 2, 2025 • 4:30 PM

लखनऊ, 2 जून 2025: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी में एक बार फिर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। 18 मई, 2025 को दिल्ली में हुई BSP की राष्ट्रीय बैठक में मायावती ने आकाश आनंद को मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक (Chief National Coordinator) नियुक्त किया.

वह पार्टी में नंबर दो की स्थिति में पहुँच गए हैं। यह फैसला उनके पहले की निष्कासन और फिर अप्रैल 2025 में पार्टी में वापसी के बाद लिया गया है।

आकाश की वापसी

13 अप्रैल, 2025 को आकाश ने X पर सार्वजनिक माफी माँगी, जिसमें उन्होंने मायावती को अपना “एकमात्र राजनीतिक गुरु और आदर्श” बताया और वचन दिया कि वह अपने ससुर या अन्य रिश्तेदारों से राजनीतिक सलाह नहीं लेंगे।

इसके जवाब में मायावती ने उन्हें “एक और मौका” देते हुए पार्टी में वापस लिया, लेकिन शुरू में कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी। 29 अप्रैल को मायावती ने X पर पोस्ट कर पार्टी कार्यकर्ताओं से आकाश का समर्थन करने और “स्वार्थी तत्वों” द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार से सावधान रहने की अपील की।

18 मई को दिल्ली में हुई बैठक में मायावती ने आकाश को मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किया, जो एक नया पद था और पार्टी के तीन अन्य राष्ट्रीय समन्वयकों—रामजी गौतम, रणधीर सिंह बेनीवाल, और राजा राम—से ऊपर की जिम्मेदारी है। मायावती ने कार्यकर्ताओं से आकाश को समर्थन देने और उनके साथ हर राजनीतिक बैठक में शामिल होने का निर्देश दिया।

क्यों लिया गया यह फैसला?

युवा चेहरा: 30 वर्षीय आकाश आनंद को दलित युवाओं के बीच लोकप्रिय माना जाता है, जो आज़ाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आज़ाद जैसे उभरते नेताओं की ओर आकर्षित हो रहे हैं। मायावती का यह कदम BSP को युवा मतदाताओं के बीच फिर से प्रासंगिक बनाने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।

पार्टी की कमज़ोर स्थिति: उत्तर प्रदेश में BSP का चुनावी प्रदर्शन हाल के वर्षों में कमज़ोर हुआ है। आकाश की नियुक्ति को 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी को मज़बूत करने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है।

आंतरिक गुटबाजी पर नियंत्रण:

मायावती ने आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ को पार्टी में वापस लेने से इनकार कर दिया, यह दर्शाते हुए कि वह आंतरिक गुटबाजी को नियंत्रित करना चाहती हैं।

मायावती का रुख

मायावती ने स्पष्ट किया कि वह अभी स्वस्थ हैं और अपने जीवनकाल में किसी को उत्तराधिकारी घोषित नहीं करेंगी। उन्होंने आकाश को दी गई जिम्मेदारी को पार्टी के हित में बताया और कार्यकर्ताओं से उनके प्रति सम्मान और समर्थन दिखाने को कहा। मायावती ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ “स्वार्थी और बिकाऊ” तत्व पार्टी को कमज़ोर करने के लिए दुष्प्रचार कर रहे हैं।

आकाश की नई भूमिका

मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक के रूप में, आकाश अब BSP के सभी राज्य इकाइयों की निगरानी करेंगे और राष्ट्रव्यापी कार्यक्रमों की योजना बनाएंगे। यह भूमिका उन्हें पार्टी में मायावती के बाद सबसे शक्तिशाली नेता बनाती है। हालांकि, मायावती ने यह भी संकेत दिया कि यह जिम्मेदारी आकाश के लिए एक “अग्नि परीक्षा” है, और उनकी परिपक्वता और समर्पण की परीक्षा होगी।

सुरक्षा कवर हटाया गया

16 अप्रैल, 2025 को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आकाश आनंद की Y-प्लस सुरक्षा वापस ले ली, जिसे पिछले साल खतरे के आकलन के आधार पर प्रदान किया गया था। यह फैसला उनके निष्कासन के बाद लिया गया था, लेकिन उनकी वापसी के बाद भी सुरक्षा बहाल नहीं की गई।

जनता और विश्लेषकों की प्रतिक्रिया
X पर चर्चा: X पर कई यूज़र्स ने आकाश की वापसी को मायावती की रणनीति का हिस्सा बताया, लेकिन कुछ ने इसे उनकी अनिर्णयशीलता का संकेत माना। एक पोस्ट में कहा गया कि मायावती ने आकाश को “पैर छूकर” और माफी माँगने के बाद फिर से स्वीकार किया, जिससे उनकी छवि को मज़बूती मिली।

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