गोल्डन गर्ल की वापसी
- चोट और लंबे ब्रेक के बाद मीराबाई चानू ने जबरदस्त अंदाज़ में वापसी की।
- हाल ही में आयोजित इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग इवेंट में उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
- यह जीत न सिर्फ उनकी मेहनत का नतीजा है, बल्कि लॉस एंजिल्स ओलंपिक की तैयारी का ऐलान भी है।
फिटनेस और फॉर्म में जबरदस्त सुधार
- मीराबाई ने अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत की और ट्रेनिंग में कोई कसर नहीं छोड़ी।
- कोचिंग टीम और सपोर्ट स्टाफ की मदद से उन्होंने वापसी की रणनीति तैयार की।
- इस इवेंट में उनके प्रदर्शन ने सभी को चौंका दिया।
मीराबाई चानू ने कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर की शानदार वापसी
Mirabai Chanu : इन दिनों अहमदाबाद में चल रही कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप (Championships) में भारत की वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। लगभग एक साल के ब्रेक के बाद यह मीराबाई की पहली इंटरनेशनल प्रतियोगिता थी। इससे पहले वह पेरिस ओलिंपिक में नज़र आई थीं।
मीराबाई (Mirabai Chanu) ने 48 किलोग्राम भार वर्ग में हिस्सा लेते हुए कुल 193 किलोग्राम वजन उठाया। स्नैच राउंड में तीन प्रयासों में से केवल एक सफल रहा, जिसमें उन्होंने 84 किग्रा भार उठाया। वहीं क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 109 किग्रा वजन उठाकर बढ़त हासिल की और गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
इसके बाद मीराबाई ने क्लीन एंड जर्क के पहले ही प्रयास में 105 किग्रा भार उठाया। इसके बाद दूसरा प्रयास भी उनका सफल रहा, इस दौरान उन्होंने 113 किग्रा भार उठाया था। हालांकि तीसरा प्रयास मीराबाई चानू का विफल रहा था। जिसके चलते मीराबाई ने स्नैच में 84 और क्लीन एंड जर्क 109 किग्रा के साथ कुल 193 किग्रा भार उठाकर गोल्ड मेडल को अपने नाम कर लिया।
मीरा बाई चानू ने कितने किलो वजन उठाया था?
पूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई चानू ने अहमदाबाद में सोमवार को हुए कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर शानदार वापसी की। पेरिस 2024 ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने के बाद पहली बार प्रतिस्पर्धा करते हुए मीराबाई ने कुल 193 किग्रा (84 किग्रा स्नैच + 109 किग्रा क्लीन एंड जर्क) उठाकर स्वर्ण पदक जीता।
मीराबाई चानू ने किस राष्ट्रमंडल खेल में रजत पदक जीता था?
यह राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप में मीराबाई चानू का पाँचवाँ पदक है। इससे पहले उन्होंने 2013, 2017 और 2019 में स्वर्ण पदक और 2015 में रजत पदक जीता है।
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