15 जून से 15 सितंबर 2025 तक एयरपोर्ट के एक प्रमुख रनवे 10/28 को अपग्रेडेशन के लिए बंद किया जाएगा। इस दौरान प्रतिदिन लगभग 114 उड़ानें रद्द रहेंगी।
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यात्रियों को अगले 90 दिनों तक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 15 जून से 15 सितंबर 2025 तक एयरपोर्ट के एक प्रमुख रनवे 10/28 को अपग्रेडेशन के लिए बंद किया जाएगा। इस दौरान प्रतिदिन लगभग 114 उड़ानें रद्द होंगी और 43 उड़ानों के समय में बदलाव होगा, जिससे यात्रियों को असुविधा हो सकती है।
क्यों हो रहा है रनवे का अपग्रेडेशन?
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार के अनुसार, रनवे 10/28 का उन्नयन भविष्य में कोहरे के मौसम में उड़ानों को सुरक्षित और सुचारू बनाने के लिए किया जा रहा है। इस अपग्रेड में इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) को बेहतर किया जाएगा और CAT-3B सिस्टम को रनवे के दोनों सिरों पर लागू किया जाएगा। यह सिस्टम कम दृश्यता, खासकर सर्दियों के घने कोहरे में, विमानों की सुरक्षित लैंडिंग और टेक-ऑफ में मदद करेगा।
उड़ानों पर कितना असर?
रनवे बंद होने से दिल्ली एयरपोर्ट की कुल उड़ान क्षमता का लगभग 7% प्रभावित होगा। 57 प्रस्थान उड़ानें रद्द की जाएंगी, जबकि कई उड़ानों का शेड्यूल बदला जाएगा। DIAL ने यह सुनिश्चित किया है कि जिन सेक्टरों में कई उड़ानें उपलब्ध हैं, वहां रद्दीकरण का प्रभाव 8-9% तक सीमित रहे। नया शेड्यूल पहले ही प्रकाशित हो चुका है, ताकि यात्री पहले से अपनी यात्रा की योजना बना सकें।
यात्रियों के लिए सलाह
यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी उड़ान की स्थिति की जानकारी एयरलाइंस से पहले ही ले लें। यात्रा से पहले दिल्ली एयरपोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट (www.newdelhiairport.in) (www.newdelhiairport.in) पर उड़ान शेड्यूल और अपडेट्स की जांच करें।
पहले भी हो चुकी है ऐसी स्थिति
इससे पहले अप्रैल 2025 में भी रनवे बंद करने की कोशिश की गई थी, लेकिन उड़ान शेड्यूल में भारी अव्यवस्था के कारण इसे रोकना पड़ा था। मई में नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू के हस्तक्षेप के बाद रनवे को फिर से खोला गया था। इस बार DIAL ने पहले से बेहतर योजना बनाई है ताकि यात्रियों को कम से कम परेशानी हो।
लंबे समय में होगा फायदा
हालांकि यह बंदी यात्रियों के लिए अस्थायी असुविधा का कारण बनेगी, लेकिन रनवे अपग्रेडेशन से भविष्य में सर्दियों के मौसम में उड़ानों में देरी और रद्द होने की समस्या काफी हद तक कम होगी। DIAL का कहना है कि यह कदम दिल्ली एयरपोर्ट को और अधिक विश्वसनीय और मौसम की चुनौतियों के लिए तैयार बनाएगा।
Read more : श्रीबांकेबिहारी कॉरिडोर निर्माण को लेकर प्रशासन ने शुरू की तैयारियां, हो रहा सत्यापन