लखनऊ: गाजीपुर पुलिस ने रविवार, 3 अगस्त 2025 को देर रात माफिया-राजनेता मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के छोटे बेटे उमर अंसारी (Umar ansari) को लखनऊ के दारुल शफा इलाके से गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी सुभासपा विधायक और उमर के बड़े भाई अब्बास अंसारी के विधायक निवास से हुई। उमर पर गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त की गई संपत्ति को गैरकानूनी तरीके से हथियाने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करने और अपनी मां अफ्सा अंसारी के जाली हस्ताक्षर के साथ कोर्ट में याचिका दायर करने का आरोप है।
अफ्सा अंसारी, जो कई मामलों में वांछित हैं, वर्तमान में फरार हैं और उनके सिर पर 50,000 रुपये का इनाम है।गाजीपुर पुलिस के अनुसार, यह संपत्ति उत्तर प्रदेश गैंगस्टर और असामाजिक गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत जब्त की गई थी, जो मुख्तार अंसारी की आपराधिक गतिविधियों से जुड़ी थी। मुख्तार अंसारी का निधन 28 मार्च 2024 को बांदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हृदयाघात से हुआ था।
गाजीपुर पुलिस ने बताया कि उमर ने सोची-समझी रणनीति के तहत यह धोखाधड़ी की। इसके बाद, मोहम्मदाबाद थाने में FIR नंबर 245/2025 दर्ज की गई, जिसमें भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 319(2) (धोखाधड़ी), 318(4) (जालसाजी), 338 (धोखे से संपत्ति हानि), 336(3) (आपराधिक साजिश), और 340(2) (जाली दस्तावेज) के तहत आरोप लगाए गए।यह उमर के खिलाफ छठा मामला है।
इससे पहले उन पर धोखाधड़ी, जालसाजी, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान, और 2022 के विधानसभा चुनावों में आचार संहिता उल्लंघन के आरोप दर्ज हैं। उमर को गिरफ्तारी के बाद गाजीपुर ले जाया गया और 4 अगस्त 2025 को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि इस मामले की गहन जांच जारी है और जल्द ही विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी। यह कार्रवाई अंसारी परिवार के खिलाफ चल रही कानूनी कार्रवाइयों का हिस्सा मानी जा रही
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