नई दिल्ली। दिल्ली में कई दिन से तीज की बहार रही। रविवार को धूमधाम से तीज का पर्व मनाया गया, जहां रौनक के साथ मस्ती देखने को मिली। जानकारों के अनुसार तीज से बाजार में भी हरियाली लौटी। महिलाओं ने मेहंदी, साड़ी सूट, चूड़ियां, ज्वेलरी, सौंदर्य प्रसाधन व उपहार समेत अन्य सामानों की खरीदारी की। कारोबारी संगठन चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) के अनुसार, तीज को लेकर दिल्ली के बाजारों में 200 करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार हुआ।
सीटीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष दिल्ली में तीज महोत्सव (Teej Festival) की जबरदस्त धूम रही। पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष महोत्सव के आयोजनों की संख्या दोगुनी रही। दिल्लीभर में डेढ़ हजार से अधिक तीज कार्यक्रम आयोजित किए गए। दिल्ली सरकार ने भी 25 से 27 जुलाई तक दिल्ली हाट पीतमपुरा में विशाल तीज महोत्सव आयोजित किया है।
कुल 1,500 आयोजनों में 75 हजार स्टाल लगे होने का अनुमान है
एक तीज कार्यक्रम में औसतन 50 स्टाल लगे तो कुल 1,500 आयोजनों में 75 हजार स्टाल लगे होने का अनुमान है। इसी तरह, तीज महोत्सव कार्यक्रमों से पोशाक, फूल , झूले, खोमचे,आर्केस्ट्रा, संगीत, पटके, मेहंदी, साड़ी सूट, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, मैजिक शो, साउंड, टेंट, एंकर, डांस ग्रुप आदि क्षेत्रों को विशेष कारोबार मिला।
तीज के तीन प्रकार कौन से हैं?
तीज त्योहारों के तीन मुख्य प्रकार हैं: हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज । हरियाली तीज मानसून की शुरुआत का प्रतीक है, कजरी तीज उत्तर भारत में गायन और नृत्य के साथ मनाई जाती है, और हरतालिका तीज में वैवाहिक आनंद के लिए एक दिन का उपवास शामिल होता है।
तीज का रंग कैसा होता है?
हर साल हरियाली तीज का रंग हरा होता है। आज भी, हरे रंग को खुले हाथों से अपनाया जाता है।
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