मोकामा की राजनीति इन दिनों उथल-पुथल में है। दुलारचंद यादव हत्याकांड (Dularchand Yadav Murdercase) के बाद बाहुबली नेता और जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह (Anant Singh) एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। इस घटना ने न सिर्फ स्थानीय राजनीति बल्कि पूरे बिहार की सियासत को झकझोर दिया है। दुलारचंद यादव के परिवार ने अनंत सिंह समेत पाँच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है और गंभीर आरोप लगाए हैं।
गोली, पिटाई और कुचलकर हत्या का आरोप
एफआईआर के अनुसार, दुलारचंद यादव जन सुराज पार्टी (Jansuraj Party) के प्रत्याशी प्रियदर्शी पीयूष के साथ प्रचार के लिए निकले थे। इसी दौरान रास्ते में उनकी अनंत सिंह और उनके समर्थकों से भिड़ंत हो गई।
परिजनों का आरोप है कि:
- अनंत सिंह ने खुद फायरिंग की।
- गोली दुलारचंद के बाएं पैर में लगी
- घायल अवस्था में उन्हें पीटा गया और फिर गाड़ी से कुचल दिया गया, जिससे उनकी मौत हो गई।
अनंत सिंह पर दर्ज 28 आपराधिक मामले
इस घटना के बाद अनंत सिंह का आपराधिक इतिहास एक बार फिर चर्चा में है। जानकारी के अनुसार, उनके खिलाफ कुल 28 मामले दर्ज हैं, जो उन्होंने खुद अपने चुनावी हलफनामे में स्वीकार किए थे। इन मामलों में शामिल हैं:
- किडनैपिंग (अपहरण)
- धमकी और रंगदारी
- अवैध हथियार रखने
- टॉर्चर और अपराधियों को आश्रय देने
- अटेंप्ट टू मर्डर सहित अन्य संगीन आरोप
दोनों पक्षों ने दर्ज कराए मामले
हत्याकांड के बाद मामला एकतरफा नहीं रहा। दोनों पक्षों की तरफ से एफआईआर दर्ज की गई है।
- दुलारचंद के पोते नीरज कुमार ने अनंत सिंह, उनके भतीजे राजवीर सिंह, कर्मवीर सिंह, छोटन सिंह और कंजय सिंह पर केस दर्ज कराया।
- वहीं अनंत सिंह समर्थक जितेंद्र कुमार ने जन सुराज उम्मीदवार प्रियदर्शी पीयूष, ईश्वर महतो, अजय महतो, नीतीश महतो और लखन महतो के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
पोते ने बयान में बयां की पूरी वारदात
नीरज कुमार ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि उनके दादा को पहले गाली-गलौज किया गया, फिर गाड़ी से बाहर खींचा गया। इसी दौरान अनंत सिंह ने पिस्तौल निकालकर फायरिंग की। गोली लगने के बाद दुलारचंद जमीन पर गिर पड़े। उसके बाद आरोपियों ने उनकी बेरहमी से पिटाई की और जीप से कई बार कुचल दिया।
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