शहीदी सप्ताह के बीच जवानों को मिली सफलता
टिफिन बम और औजार समेत कई सामान बरामद
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर(Bijapur) में नक्सलियों के शहीदी सप्ताह के बीच जवानों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जवानों ने 2 महिला समेत 6 सक्रिय नक्सलियों को गिरफ्तार(Arrest) किया है। इनमें से दो माओवादियों पर 1-1 लाख रुपए का इनाम घोषित था। यह डीआरजी, बासागुड़ा थाना और कोबरा-210 बटालियन ने संयुक्त कार्रवाई की है।
यह कार्रवाई थाना बासागुड़ा क्षेत्र के धरमापुर मार्ग के जंगलों में की गई, जहां सर्चिंग अभियान के दौरान संदिग्ध गतिविधियों के चलते 6 लोगों को हिरासत(Arrest) में लिया गया। पूछताछ में सभी ने माओवादी संगठन से सक्रिय रूप से जुड़े होने की बात स्वीकार की।
गिरफ्तार नक्सलियों की जानकारी
उईका सेयतु (DAKMS अध्यक्ष), 1 लाख इनामी
कुंजाम सोमलू (DAKMS उपाध्यक्ष)
पदम सन्नू (नेन्ड्रा RPC अंतर्गत मिलिशिया सदस्य)
उईका नागेश (मिलिशिया सदस्य)
उईका पायकी (KAMS अध्यक्ष), 1 लाख इनामी
उईका जमली (GRD सदस्य)
बरामद सामग्री
इनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, टिफिन बम, डेटोनेटर, कार्डेक्स वायर, सेफ्टी फ्यूज वायर, इलेक्ट्रिक वायर, माओवादी शहीदी सप्ताह से जुड़ी प्रचार सामग्री और जमीन खोदने के औजार बरामद किए गए हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत थाना बासागुड़ा में मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर न्यायालय बीजापुर भेज दिया गया है।
गिरफ्तारी क्या है?
गिरफ्तारी एक व्यक्ति को कानून द्वारा प्रतिबंधित करने की प्रक्रिया है, आमतौर पर किसी अपराध के संदेह या आरोप में। इसका उद्देश्य पूछताछ करना या उसे अदालत में पेश करना होता है।
गिरफ्तारी क्यों की जाती है?
गिरफ्तारी किसी अपराध की जांच, सबूतों को सुरक्षित रखने, अपराधी को भागने से रोकने या अदालत में उसकी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए की जाती है। यह सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए भी आवश्यक हो सकती है।
गिरफ्तारी के बाद क्या होता है?
गिरफ्तारी के बाद, व्यक्ति को आमतौर पर 24 घंटे के भीतर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाता है। मजिस्ट्रेट या तो उसे हिरासत में भेज सकते हैं या जमानत पर रिहा कर सकते हैं।