फिलिस्तीन हमास विवाद: इज़रायल-गाज़ा युद्ध के बीच फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास का बयान चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने एक टीवी भाषण के दौरान हमास को ‘कुत्तों की औलाद’ कहते हुए तीव्र आक्रमण बोला। उनका यह बयान उस समय आया है जब मिस्र और कतर संघर्ष विराम के लिए मध्यस्थता कर रहे हैं।
अब्बास ने क्यों जताई क्रोध?
अब्बास ने कहा कि हमास के कारण गाजा नर्क बन चुका है। उन्होंने हमास से इज़रायली बंधकों को रिहा करने की निवेदन की और कहा कि जब तक बंधक नहीं छोड़े जाते, इज़रायल को हमला करने का बहाना मिलता रहेगा।
उन्होंने चेतावनी दी कि इस प्रकार की गतिविधियाँ फिलिस्तीन की अंतरराष्ट्रीय छवि को हानि पहुंचा रही हैं।
7 अक्टूबर आक्रमण और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अब्बास ने अपने संबोधन में 7 october 2024 को हुए हमास आक्रमण की कड़ी निंदा की, जिसमें बड़ी संख्या में इज़रायली नागरिक मारे गए थे। उन्होंने इस आक्रमण को फिलिस्तीन की आज़ादी की राह में बाधा बताया।
अब्बास ने गाजा में जारी इज़रायली आक्रमण को “नरसंहार” बताया, लेकिन उन्होंने हमास को भी इसके लिए उत्तरदायी ठहराया।

फिलिस्तीन हमास विवाद: राजनीतिक एकता की समर्थन
अब्बास ने एक बार फिर सभी राजनीतिक गुटों को PLO के बैनर तले एकजुट होने का सलाह दिया। उन्होंने कहा कि अगर हमास हथियार छोड़कर राजनीतिक प्रक्रिया में सम्मिलित होता है, तो फिलिस्तीन की आज़ादी का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।
फिलिस्तीन हमास विवाद: इज़रायल की प्रतिक्रिया
इज़रायल की ओर से अब्बास के बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन उसने यह स्पष्ट किया कि उसका उद्देश्य हमास का सफाया करना है और गाजा में कार्रवाई आत्मरक्षा के तहत की जा रही है।