नई दिल्ली,। अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद एयर इंडिया (Air india) पर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। हादसे के बाद विमानों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं जाहिर की जाने लगी हैं। इसी के चलते केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय और टाटा संस व एयर इंडिया के चेयरमैन एन चंद्रशेखकरन के बीच मैराथन मीटिंग हुई है। इस मीटिंग में सरकार की तरफ से दो अहम सुझाव दिए गए हैं। इनमें से पहला सुझाव यह है कि एयर इंडिया के सभी डिपार्टमेंट में जिम्मेदार अपनी भूमिका निभाएं। दूसरों को बलि का बकरा बनाने से बचें। सुरक्षा संबंधी सभी फैसले अहम पदों पर बैठे लोग खुद लें और किसी अन्य के भरोसे न छोड़ें। इसके अलावा फ्लाइट के रख-रखाव को लेकर भी सुझाव दिए गए हैं।
एयर इंडिया की सुरक्षा को पुख्ता बनाने को लेकर चर्चा हुई
सरकार ने स्पष्ट किया है कि खानापूर्ति से काम नहीं चलने वाला है। इस बैठक में अहमदाबाद में हुए हादसे के साथ-साथ तमाम अन्य छोटी-बड़ी समस्याओं को लेकर भी बात हुई है। बैठक में केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू, सचिव समीर कुमार सिन्हा और डीजीसीए चीफ फैज अहमद किदवई (DGCA Chief Faiz Ahmed Kidwai) ने एयर इंडिया के चेयरमैन चंद्रशेखरन से मुलाकात की। इस दौरान एयर इंडिया की सुरक्षा को पुख्ता बनाने को लेकर चर्चा हुई। चंद्रशेखरन ने इस दौरान मिले सुझावों को लागू करने पर सहमति भी जताई।
उड़ान से पहले कुछ विभागों की भूमिका काफी अहम हो जाती है
मामले की जानकारी रखने वालों के मुताबिक उड़ान से पहले कुछ विभागों की भूमिका काफी अहम हो जाती है। इनमें सुरक्षा, ट्रेनिंग, मेन्टेनेंस, इंजीनियरिंग और इंटीग्रेटेड ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर है। ऐसा सामने आया है कि इनमें से कुछ डिपार्टमेंट्स में केवल खानापूर्ति हो रही है। पदों पर कोई और बैठा है, फैसले कोई और ले रहा है। एयर इंडिया मैनेजमेंट (Air India Managment) और उड्डयन मंत्री के बीच बैठक के दौरान एक और अहम बात सामने आई। मैनेजमेंट ने बताया कि पूर्व में क्रैश हुए विमानों (एआई 171 नहीं) की चीजें गुरुग्राम स्थित मेगा कॉम्प्लेक्स में रखी हुई हैं। इसमें सीटें, इंस्ट्रूमेंट्स, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर आदि हैं।
एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन के साथ उच्च स्तरीय चर्चा की हैं
बहुत से कर्मचारियों को यह पसंद नहीं आया है। वह इन चीजों को देखकर एक तरह की निगेटिविटी से भर जाते हैं कि इन्हीं सीटों पर किसी की जान निकली होगी। बहुत से कर्मचारियों ने कहा कि हमें बहुत ज्यादा सकारात्मकता की जरूरत है। हम उन सीटों को देखकर अंदर से डर जाते हैं। कई अन्य हादसों का जिक्र 12 जून को एयर इंडिया 171 के साथ हुए हादसे के अलावा अन्य छोटे-बड़े हादसों पर मंत्रालय ने एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन के साथ उच्च स्तरीय चर्चा की हैं।
चंद्रशेखरन के साथ हुई बैठक में भी इन बातों का जिक्र हुआ। यह भी सामने आया है कि जांच के दौरान एयर इंडिया के कई अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान कुछ अहम बातें बताईं। इसमें कुछ लोगों को बलि का बकरा बनाने की बातें भी कही गईं। जैसे, 21 जून को डीजीसीए ने एयर इंडिया के तीन अधिकारियों को हटाने के निर्देश दिए। इन्हें लाइसेंसिंग, रेस्ट आदि में लापरवाही का जिम्मेदार बताया गया।
Air India का मालिक कौन है?
एयर इंडिया का मालिक टाटा संस (Tata Sons) है। 74.9% हिस्सेदारी टाटा समूह के पास है, और 25.1% हिस्सेदारी सिंगापुर एयरलाइंस के पास है
भारत के पास कुल कितने हवाई जहाज हैं?
भारत के पास कुल मिलाकर 2,229 सैन्य विमान हैं, जिसमें लड़ाकू विमान, परिवहन विमान, और अन्य सैन्य विमान शामिल हैं. इसमें भारतीय वायु सेना, नौसेना, और सेना के विमान शामिल हैं.
Read more : Neavy Day इस साल अरब सागर के किनारे तिरुवनंतपुरम में मनाया जाएगा