उत्तर प्रदेश के औरैया (Auraiya) जिले में एक बड़ा भ्रष्टाचार मामला सामने आया है, जहां एसडीएम (सदर) राकेश कुमार सिंह को रिश्वत लेते हुए सीसीटीवी फुटेज में रंगे हाथों पकड़ा गया। फुटेज में दिखाया गया कि एक व्यक्ति लिफाफा टेबल की दराज में रखकर चुपचाप चला जाता है, और कुछ देर बाद एसडीएम साहब उस लिफाफे को निकालकर जेब में रख लेते हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया, और जिलाधिकारी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सिंह को पद से हटा दिया तथा जांच के आदेश दिए।

यह घटना भारतीय नौकरशाही में व्याप्त भ्रष्टाचार की गहरी समस्या को उजागर करती है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की 2023 रिपोर्ट के अनुसार, 39% भारतीयों ने सार्वजनिक सेवाओं तक पहुंचने के लिए रिश्वत दी है, जो इस मुद्दे की गंभीरता को दर्शाता है।
वायरल वीडियो पिछले साल का
हांला की मामले की जाँच के लिए उच्च स्तरीय टीम गठित कर दी गयी है। वायरल वीडियो पिछले साल का बताया जा रहा है। वीडियो प्रचलित होने के बाद प्रशासन सकते में आ गया। डीएम डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने एडीएम वित्त एवं राजस्व अविनाश चंद्र को जांच के निर्देश दे दिए है।
एडीएम ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। एसडीएम सदर राकेश कुमार को हटा दिया गया है। उनको डिप्टी कलेक्टर कलेक्ट्रेट पद पर तैनात किया गया है। कलेक्ट्रेट में तैनात डिप्टी कलेक्टर व एसडीएम न्यायिक अजय आनंद शर्मा को एसडीएम औरैया नियुक्त किया गया है। जांच पूरी होने के बाद डीएम को सौंप दी जाएगी।
86वें ऑल इंडिया प्रेसिडिंग ऑफिसर्स कॉन्फ्रेंस की मेजबानी
इस बीच, उत्तर प्रदेश जनवरी 2026 में 86वें ऑल इंडिया प्रेसिडिंग ऑफिसर्स कॉन्फ्रेंस की मेजबानी की तैयारी कर रहा है, जहां राज्य की प्रगति और विकास को प्रदर्शित किया जाना है। हालांकि, इस तरह की घटनाएं राज्य की छवि को नुकसान पहुंचा सकती हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में चुनौतियां खड़ी कर सकती हैं। यह मामला न केवल एक अधिकारी की गिरफ्तारी तक सीमित है, बल्कि पूरे सिस्टम में सुधार की जरूरत को रेखांकित करता है।
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