पटना । बिहार विधानसभा चुनावों के बीच राजनीतिक हलचल लगातार तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता सूरजभान सिंह (Surajbhan Singh) ने अचानक सभी पदों और सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और राजद में शामिल हो गए। यह कदम बिहार की राजनीतिक तस्वीर को बदल सकता है और RLJP के लिए चुनौतियों को और बढ़ा सकता है।
तेजस्वी यादव से हुई मुलाकात, राजद सदस्यता पक्की
सूत्रों के अनुसार, सूरजभान सिंह बीती रात राबड़ी आवास पहुंचे और वहां राजद सुप्रीमो तेजस्वी यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उन्हें राजद की सदस्यता दिलाई गई और पार्टी में उनका स्वागत किया गया। सूरजभान को पार्टी का चुनाव सिंबल भी मिल गया है, जिससे उनके राजनीतिक महत्व में और इजाफा हुआ है।
पत्नी वीणा देवी मोकामा से करेंगी नामांकन
सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी (Veena Devi) आज, 16 अक्टूबर को, अनुमंडल कार्यालय मोकामा में नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। मोकामा विधानसभा सीट पर यह चुनावी मुकाबला काफी रोचक माना जा रहा है, क्योंकि यह क्षेत्र बाहुबली नेता अनंत सिंह की लंबे समय से मजबूत पकड़ वाला इलाका है।
RLJP और पशुपति पारस पर असर
सूरजभान सिंह के इस्तीफे से RLJP और पार्टी अध्यक्ष पशुपति पारस को काफी नुकसान हो सकता है।
पार्टी के लिए यह झटका इसलिए भी बड़ा है क्योंकि मोकामा सीट पर पिछले चुनावों में RLJP ने अपनी स्थिति मजबूत की थी। अब वीणा देवी के नामांकन के बावजूद पार्टी को बड़े राजनीतिक और संगठनात्मक झटके का सामना करना पड़ सकता है।
मोकामा सीट का सियासी समीकरण
मोकामा विधानसभा क्षेत्र बिहार की राजनीति में हमेशा ही सेंधमारी और सघन मुकाबलों के लिए जाना जाता रहा है।
- बाहुबली नेता अनंत सिंह का मजबूत दबदबा
- JDU के उम्मीदवार का प्रवेश
- RLJP का खोया प्रभाव और RJD का नया दांव
इन सभी कारकों के कारण इस चुनावी क्षेत्र में इस बार जबरदस्त मुकाबला होने की संभावना है।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
विश्लेषकों का कहना है कि सूरजभान सिंह का RJD में शामिल होना एनडीए और RLJP के लिए चुनौती साबित हो सकता है। साथ ही, यह कदम राजद को कमजोर गढ़ों में ताकत बढ़ाने का अवसर भी देगा।
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