Bihar Election दिवाली-छठ पर घर वापसी के लिए सरकार का खास प्लान चुनाव से पहले सरकार का मास्टरस्ट्रोक
Bihar Election से पहले राज्य सरकार ने एक ऐसा ऐलान किया है, जो प्रवासियों और मतदाताओं को सीधे तौर पर प्रभावित कर सकता है।
सरकार ने दिवाली और छठ जैसे प्रमुख त्योहारों पर लाखों प्रवासी बिहारियों की घर वापसी सुनिश्चित करने के लिए विशेष इंतजाम करने का फैसला किया है।
क्या होंगे खास इंतजाम?
- फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाएगी
- दिल्ली, मुंबई, पंजाब, गुजरात और बेंगलुरु से चलेंगी अतिरिक्त ट्रेनें
- बस सेवाएं भी स्पेशल रूट और टाइमिंग के साथ चलाई जाएंगी
- यात्रियों के लिए ऑनलाइन बुकिंग पोर्टल और हेल्पलाइन नंबर भी जारी होंगे

किनके लिए है यह योजना?
- विशेष रूप से उन प्रवासी मजदूरों और छात्रों के लिए जो त्योहारों पर बिहार लौटना चाहते हैं
- योजना का उद्देश्य लोगों को सुरक्षित, सुलभ और सस्ती यात्रा देना है
- यह फैसला चुनाव आयोग की गाइडलाइंस के तहत किया जाएगा ताकि चुनाव से पहले लॉजिस्टिक सपोर्ट बढ़ाया जा सके
क्या है सरकार का मकसद?
- चुनाव से पहले अधिक से अधिक वोटर्स को उनके गृह जिले तक पहुंचाना
- त्योहारों के मौके पर घर लौटने की जनभावनाओं को सम्मान देना
- विपक्ष को पछाड़ने के लिए लोकप्रिय फैसले के तौर पर देखा जा रहा है

विपक्ष की प्रतिक्रिया
- कुछ विपक्षी नेताओं ने इसे चुनावी स्टंट बताया
- उनका कहना है कि सरकार त्योहारी भावनाओं का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही है
- वहीं, सरकार समर्थकों का कहना है कि यह सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा है
प्रवासी वोटरों का क्या कहना है?
- कई लोगों ने फैसले का स्वागत किया,
“हर साल टिकट की मारामारी होती है, अब राहत मिलेगी।” - कुछ का कहना है कि अगर व्यवस्था ठीक से लागू हो जाए तो यह लाखों लोगों के लिए बड़ी मदद होगी
Bihar Election से पहले दिवाली और छठ पर घर लौटने के लिए सरकार का यह फैसला न सिर्फ लॉजिस्टिक सुधार है, बल्कि यह राजनीतिक रूप से भी बड़ा कदम माना जा रहा है।
अब देखना यह है कि यह योजना ज़मीनी स्तर पर कितनी प्रभावी होती है और कितने लोग इसका लाभ उठा पाते हैं।