नई दिल्ली,। कांग्रेस के पूर्व प्रमुख नेता और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी का दृष्टिकोण उन्हें कठोर लगता है, जबकि कांग्रेस पार्टी अधिक लचीली थी और उसमें परामर्श की प्रक्रिया मजबूत थी।
2021 में छोड़ी थी कांग्रेस, फिर बीजेपी में हुए शामिल
कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने 2021 में कांग्रेस छोड़ी थी, क्योंकि वे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के व्यवहार से आहत महसूस कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस बनाई और 2022 में उसका बीजेपी में विलय कर दिया।
पंजाब चुनाव से पहले बयान के राजनीतिक मायने
पंजाब में 2027 के विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ कैप्टन का यह बयान राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है। बीजेपी राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है, लेकिन पिछले चुनावों में पार्टी को अपेक्षित सफलता नहीं मिली।
पंजाब में बीजेपी की कमजोरी पर उठाए सवाल
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब (Punjab) एक अलग तरह का राज्य है। देश के अन्य हिस्सों में बीजेपी मजबूत हो रही है, लेकिन पंजाब में ऐसा क्यों नहीं हो पा रहा है। उन्होंने पिछले चुनावों का हवाला देते हुए बताया कि पार्टी को बहुत कम सीटें मिली थीं।
जमीनी नेताओं से नहीं लिया जाता परामर्श
उन्होंने इसकी वजह बताते हुए कहा कि बीजेपी में जमीनी स्तर के नेताओं से सलाह नहीं ली जाती। जो नेता मैदान में काम कर चुके हैं और राज्य की राजनीति को समझते हैं, उनकी राय नहीं मांगी जाती। फैसले ऊपर के स्तर पर ही लिए जाते हैं। कैप्टन ने कहा कि कांग्रेस में भी फैसले शीर्ष स्तर पर होते थे, लेकिन वहां विधायकों, सांसदों और अन्य नेताओं से व्यापक परामर्श किया जाता था। बीजेपी में यह प्रक्रिया नहीं है, जिससे अनुभवी नेताओं की उपेक्षा होती ह
कांग्रेस वापसी की अटकलों पर दिया जवाब
कैप्टन अमरिंदर सिंह के बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में उनकी कांग्रेस में वापसी की चर्चा तेज हो गई। हालांकि उन्होंने इसे साफ तौर पर नकारते हुए कहा कि उन्हें पार्टी की याद नहीं आती, बल्कि वहां की व्यवस्था की याद आती है।
बीजेपी के लिए चुनौती बन सकता है बयान
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में राय लेने की परंपरा ज्यादा मजबूत थी, जबकि बीजेपी का रवैया अपेक्षाकृत कठोर है। कैप्टन जैसे वरिष्ठ नेता की यह टिप्पणी पंजाब में बीजेपी की रणनीति पर सवाल खड़े करती है और पार्टी के लिए चुनौती बन सकती है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह का इतिहास क्या है?
कैप्टन अमरिंदर सिंह (जन्म 11 मार्च 1942) पटियाला के शाही परिवार से आने वाले एक भारतीय राजनेता, पूर्व शाही और सेना के दिग्गज हैं, जिन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में दो बार (2002-2007 और 2017-2021) कार्य किया है, भारतीय सेना में सेवा दी है, और कई बार लोकसभा सांसद भी रहे हैं; उन्होंने कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बनाई और फिर बीजेपी में शामिल हुए, उनका राजनीतिक करियर सेना से शुरू होकर पंजाब की सियासत के केंद्र में रहा है, जहाँ उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं।
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