Chitrakoot ­: श्रद्धा, सुरक्षा और स्वावलंबन की धरती बनेगा चित्रकूट: सीएम योगी

By Ajay Kumar Shukla | Updated: July 31, 2025 • 11:34 PM

चित्रकूट। गोस्वामी तुलसीदास (Goswami Tulsidas) की 528वीं जयंती पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) गुरुवार को उनकी जन्मस्थली चित्रकूट, राजापुर पहुंचे। उन्होंने तुलसी जन्मकुटीर में गोस्वामी तुलसीदास जी की विधिवत पूजा-अर्चना कर दर्शन किए और मानस मंदिर में रखी गई हस्तलिखित श्रीरामचरितमानस की प्रति का दर्शन कर आशीर्वाद लिया।

पूज्य संत मुरारी बापू जी एवं जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्य जी महाराज से भेंट की

मुख्यमंत्री ने तुलसी रिसॉर्ट में आयोजित तुलसी साहित्य समागम में भाग लिया जहां उन्होंने पूज्य संत मुरारी बापू जी एवं जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्य जी महाराज से भेंट की। इस मौके पर साधु-संतों को संबोधित करते हुए उन्होंने चित्रकूट की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का गौरवपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने कहा कि चित्रकूट श्रद्धा, सुरक्षा और स्वावलंबन की धरती बनेगा।

तुलसी प्रतिमा का अनावरण और वृक्षारोपण कर जताया श्रद्धा भाव

मुख्यमंत्री योगी गनीवां स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पहुंचे जहां उन्होंने गोस्वामी तुलसीदास जी की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया और हरिशंकरी पौधों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। यहां उन्होंने कृषि विभाग द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी स्टालों का भी अवलोकन किया। उन्होंने परमानंद आश्रम पद्धति विद्यालय में बच्चों से भेंट कर उन्हें चॉकलेट वितरित की और फोटोग्राफ भी खिंचवाए।

चित्रकूट को मिलेगा विकास का हर साधन

जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चित्रकूट की पावन धरती पर भगवान श्रीराम ने साढ़े ग्यारह वर्ष बिताए। यही धरती तुलसी, वाल्मीकि और नानाजी देशमुख जैसी महान विभूतियों का कार्यक्षेत्र रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चित्रकूट में राम वनगमन मार्ग, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे, डिफेंस कॉरिडोर और विस्तृत पर्यटन विकास योजनाएं संचालित की जा रही हैं।

चित्रकूट को मिलेगा रिवरफ्रंट, पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बल

मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना नदी के किनारे रिवरफ्रंट का निर्माण कराया जाएगा जिससे क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि चित्रकूट में दलहन, तिलहन, मक्का आदि फसलों की पैदावार में वृद्धि हुई है और मृदा परीक्षण से लेकर कृषि बीमा तक किसानों को सशक्त बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

पाकिस्तान को चेतावनी

मुख्यमंत्री ने मंच से पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान भारत की तरफ आँख उठाकर देखेगा तो उसे मुँहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि डिफेंस कॉरिडोर से देश की सामरिक शक्ति को मजबूती मिलेगी और चित्रकूट जैसे क्षेत्रों को भी रक्षा उत्पादन का केंद्र बनाया जाएगा।

चित्रकूट की धरती भयमुक्त और आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत

मुख्यमंत्री ने कहा कि चित्रकूट की धरती आज भयमुक्त और आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत है। उन्होंने ग्रामोदय विश्वविद्यालय, आश्रम पद्धति विद्यालय, वाल्मीकि आश्रम और कामदगिरि जैसे पावन स्थलों के सौंदर्यीकरण और विकास की योजनाओं का भी उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामोदय विश्वविद्यालय जैसी संस्थाएं आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला हैं। चित्रकूट की महिमा को जन-जन तक पहुंचाना हम सबका कर्तव्य है। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, प्रभारी मंत्री मनोहर लाल मन्नू कोरी समेत वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

चित्रकूट इतना प्रसिद्ध क्यों है?

रामायण से जुड़ी मान्यता: भगवान श्रीराम, माता सीता और भाई लक्ष्मण ने अपने वनवास के 14 वर्षों में लगभग 11 साल चित्रकूट में बिताए थे।

चित्रकूट कब जाना चाहिए?

सर्वश्रेष्ठ समय: अक्टूबर से मार्च तक (सर्दी का मौसम) चित्रकूट घूमने के लिए सबसे उपयुक्त समय होता है। इस समय मौसम सुखद रहता है।

चित्रकूट अयोध्या से कितने दिन की दूरी पर है?

चित्रकूट अयोध्या से लगभग 270–300 किलोमीटर दूर है (मार्ग के अनुसार थोड़ा अंतर हो सकता है)।

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