पंजाब (Punjab) में बीएसएफ (BSF) द्वारा तस्कारी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान गहरे गड्ढे में गिरे कांस्टेबल की इलाज के दौरान मौत हो गई। वे जिले की सिणधरी पंचायत समिति के होड़ू गांव के रहने वाले थे। उनका अंतिम संस्कार आज पैतृक गांव होड़ू में किया जाएगा।
जिले की सिणधरी पंचायत समिति के होड़ू गांव के 52 वर्षीय डालूराम, पंजाब Punjab के फिरोजपुर में तैनाती के दौरान देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए। शहीद डालूराम पंजाब में सीमा सुरक्षा बल के कांस्टेबल पद पर तैनात थे। जानकारी के अनुसार बीते दिन पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में सीमा सुरक्षा बल द्वारा तस्करी के खिलाफ बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भेजी जा रही हेरोइन और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकना था, जिसमें डालूराम अपने साथियों के साथ ऑपरेशन में शामिल थे।
गांव में शोक की लहर, हर आंख नम
सर्च ऑपरेशन के दौरान जब वह इलाके में तलाशी अभियान चला रहे थे, तभी अचानक एक गहरे गड्ढे में सिर के बल गिरने से गंभीर चोट लगने के बाद उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी स्थिति गंभीर बनी रही और वीर जवान ने अंतिम सांस ली। डालूराम की शहादत की खबर जैसे ही उनके पैतृक गांव होड़ू पहुंची, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। घर में कोहराम मच गया। ग्रामीणों की भीड़ शहीद के घर पर उमड़ पड़ी। आज शहीद का पार्थिव शरीर बीएसएफ जवानों की मौजूदगी में पूरे सम्मान के साथ गांव लाया गया। शहीद के गांव पहुंचते ही भारत माता की जय और शहीद डालूराम अमर रहें के नारों से पूरा गांव गूंज उठा। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण, जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
आज शहीद का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव सिणधरी के होड़ू में किया जाएगा। शहीद के परिजनों का कहना है कि उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। उनका बेटा देश की सेवा करते हुए शहीद हुआ है।
भारत का सबसे बड़ा सुरक्षा बल कौन सा है?
सीमा सुरक्षा बल (BSF) भारत का एक प्रमुख अर्धसैनिक बल है, जिसकी स्थापना 1 दिसंबर 1965 को की गई थी। यह बल भारत की सीमाओं की रक्षा करने के लिए गठित किया गया था। BSF दुनिया का सबसे बड़ा सीमा रक्षक बल माना जाता है।
बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) का इतिहास क्या है?
बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) की स्थापना 1 दिसंबर 1965 को की गई थी। यह एक अर्धसैनिक बल है, जो शांति काल में भारत की सीमाओं की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय अपराधों की रोकथाम का कार्य करता है। इसकी स्थापना 1965 के भारत-पाक युद्ध के बाद सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से की गई थी।