भोपाल, 18 सितंबर 2025: नवरात्रि के आगमन से पहले भोपाल (Bhopal) में गरबा महोत्सवों का माहौल गरम हो गया है। बीजेपी सांसद आलोक शर्मा (Alok Sharma) ने गैर-हिंदू समुदाय, खासकर मुस्लिम युवकों को गरबा आयोजनों में न आने की चेतावनी जारी की है। उन्होंने लव जिहाद के आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे लोग पकड़े गए तो ‘परिणाम भुगतने’ होंगे, यहां तक कि ‘पीटाई’ और ‘मसलने’ की धमकी भी दी। यह बयान सनातन धर्म के प्रमुख त्योहार नवरात्रि (22 सितंबर से शुरू) के ठीक पहले आया है, जब शहर में दुर्गा पंडालों और गरबा नृत्य के आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं। सांसद का यह फरमान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
सांसद का दो टूक बयान: “अपना त्योहार मनाओ, गरबा में मत घुसो”
भोपाल जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में सांसद आलोक शर्मा ने गरबा आयोजकों और युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “जो जिस संप्रदाय का है, वह अपने संप्रदाय का त्योहार मनाए। अब लव जिहादी कलावा बांधकर, टीका लगाकर गरबा में न आएं।” उन्होंने दावा किया कि मुस्लिम युवक गरबा पंडालों में केवल लव जिहाद के इरादे से आते हैं, और भोपाल में इसके लिए युवकों को ट्रेनिंग देने वाले ‘इंस्टीट्यूट’ चल रहे हैं। सांसद ने चेतावनी दी, “कोई एक व्यक्ति लव जिहाद करता है, तो उसका पूरा परिवार परिणाम भुगतता है। अगर पकड़े गए, तो पीटे जाएंगे, मसल दिए जाएंगे।”

शर्मा ने गरबा को ‘सनातनी महिलाओं के लिए अलग’ रखने की मांग की, ताकि लव जिहाद करने वालों की एंट्री न हो। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी कई पंडालों में गैर-हिंदुओं का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है।
आधार कार्ड चेक करो, एंट्री बैन: आयोजकों को निर्देश
सांसद ने गरबा आयोजकों से अपील की कि वे पंडालों में एंट्री के लिए आधार कार्ड जरूर चेक करें। “अगर कोई मुस्लिम पंडाल में मिला, तो ऑन-स्पॉट पिटाई होनी चाहिए।” उन्होंने लव जिहाद के ‘रेट’ का भी जिक्र किया: “ब्राह्मण युवती को फंसाने का अलग रेट, क्षत्रिय के लिए अलग। इसके लिए पैसे दिए जाते हैं।” यह बयान न केवल मुस्लिम समुदाय पर सीधा आरोप लगाता है, बल्कि हिंसा को बढ़ावा देने वाला माना जा रहा है।
पृष्ठभूमि: लव जिहाद का पुराना विवाद, मौलवी की अपील भी
यह पहला मौका नहीं है जब गरबा में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर विवाद हुआ हो। पिछले साल (2024) भोपाल के स्थानीय मौलवी सैयद अहमद अली ने मुस्लिम समुदाय से गरबा जैसे आयोजनों में न भाग लेने की अपील की थी। उन्होंने इसे ‘इस्लामी तालीम के खिलाफ’ बताते हुए लिखित बयान जारी किया था। सांसद शर्मा के बयान से पहले भी भोपाल में लव जिहाद के कई मामले सुर्खियों में रहे हैं। अप्रैल-मई 2025 में निजी कॉलेजों में हिंदू छात्राओं को निशाना बनाने के आरोप लगे, जिसके बाद शर्मा ने ‘दाढ़ी-टोपी वालों से निपटने’ का बयान दिया था। उन्होंने लव जिहाद करने वालों की ‘नसबंदी’ तक की मांग की, जो वायरल हो गई।
प्रमुख बयान | तारीख | संदर्भ |
---|---|---|
“सनातनी महिलाओं का गरबा अलग हो, लव जिहादियों की एंट्री बंद” | अप्रैल 2025 | परशुराम जयंती कार्यक्रम |
“लव जिहाद करने वालों की नसबंदी हो” | मई 2025 | भोपाल कॉलेज मामला |
“मेरा जन्म दाढ़ी-टोपी से निपटने के लिए हुआ” | अप्रैल 2025 | ब्राह्मण समाज सभा |
“गरबा में मुस्लिम युवक पकड़े गए तो पीटाई” | सितंबर 2025 | जिला समिति बैठक |
राजनीतिक प्रतिक्रिया: हंगामा और ध्रुवीकरण
सांसद के बयान पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने इसे ‘नफरत फैलाने वाला’ बताते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की है। मुस्लिम संगठनों ने इसे ‘समुदाय के खिलाफ साजिश’ करार दिया, जबकि बीजेपी समर्थक इसे ‘हिंदू सुरक्षा’ का मुद्दा बता रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि नवरात्रि से पहले यह बयान चुनावी ध्रुवीकरण का हिस्सा हो सकता है। पुलिस ने आयोजकों को शांति बनाए रखने की सलाह दी है, लेकिन गरबा पंडालों में सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है।
कुल मिलाकर, सांसद शर्मा का यह ‘फरमान’ नवरात्रि की खुशियों पर साया डाल रहा है। क्या यह विवाद कोर्ट तक पहुंचेगा? आने वाले दिन बताएंगे।
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