जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिंहा (Lieutenant Governor Manoj Sinha) ने भगवती नगर से बाबा बुड्ढा अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस यात्रा में 900 से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए जो जय बाबा चट्टानी और बम बम भोले (Bam Bam Bhole) के जयघोष करते हुए आगे बढ़े।
जम्मू। बाबा बुड्ढा अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था सोमवार सुबह भगवती नगर से पुंछ की लोरन मंडी के लिए रवाना हो गया। जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिंहा ने झंडी दिखाकर इस जत्थे की रवानगी की।
इस दौरान बाबा अमरनाथ एवं बाबा बुड्ढा अमरनाथ यात्री न्यास के प्रधान पवन कोहली, महामंत्री सुदर्शन खजूरिया, विश्व हिंदू परिषद जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के प्रधान राजेश गुप्ता, बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दोनेरिया, कार्तिक सूदन आदि उपस्थित थे। जत्था रवानगी से पहले गणेश पूजन किया गया और भक्तजनों में प्रसाद वितरित किया गया। बाद में उप-राज्यपाल ने झंडी दिखाकर इस यात्रा को रवाना किया।
कुल 20 वाहनों के जरिए इस यात्रा का हिस्सा बनें
विभिन्न प्रांतों के 900 से अधिक श्रद्धालु 18 बसों समेत कुल 20 वाहनों के जरिए इस यात्रा का हिस्सा बनें। मार्ग में कुछ और श्रद्धालु यात्रा के साथ जुड़ गए। यात्रा पर रवाना होने वाले श्रद्धालु उत्तर गुजरात,मध्य भारत, कर्नाटक, बिहार, दिल्ली, सौराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, बंगाल व उतराखंड से संबंधित हैं।
जय बाबा चट्टानी, बम बम भोले, जय बाबा बुड्ढा अमरनाथ का जयघोष करते हुए यह श्रद्धालु यात्रा की ओर बढ़ गए। यात्रा पर रवाना होने से पहले उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी और वहीं यात्राओं के सफल आयोजन में अहम भूमिका अदा करने के लिए पुलिस व सिविल प्रशासन की सराहना की। बाबा अमरनाथ यात्रा हर वर्ष जम्मू से पुंछ के लोरनमंडी को जाती है,वहां बाबा बुड्ढा अमरनाथ जी का पवित्र मंदिर है।
बाबा बुढ़ा अमरनाथ यात्रा की तैयारियों का सुंदरबनी में डीसी ने लिया जायजा
बाबा बुढ़ा अमरनाथ यात्रा को लेकर प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लेने डीसी राजौरी अभिषेक शर्मा ने सुंदरबनी में विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को यात्रा को सुचारु और सुरक्षित बनाने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत दिल खोलकर किया जाएगा
डीसी शर्मा ने कहा देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत दिल खोलकर किया जाएगा। उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने यात्रा मार्गों, ठहराव स्थलों, स्वास्थ्य सेवाओं, सुरक्षा प्रबंधों और जल व स्वच्छता सुविधाओं की विस्तार से समीक्षा की। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए और श्रद्धालुओं की सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता हो।
अमरनाथ यात्रा के लिए कितने किलोमीटर की पैदल दूरी है?
बालटाल से अमरनाथ गुफा और वापसी। बालटाल से शुरू होकर वहीं खत्म होने वाला यह रूट कुल 32 किलोमीटर की दूरी तय करता है (हालाँकि हमारे फिटबिट ने 38 किलोमीटर रिकॉर्ड किया है) और एक दिन में पूरा होता है। इसे बेहद चुनौतीपूर्ण माना जाता है, क्योंकि यह रूट इस प्रकार है: बालटाल बेस कैंप > अमरनाथ गुफा > बालटाल बेस कैंप।
अमरनाथ में 12 ज्योतिर्लिंग कौन से हैं?
बारह ज्योतिर्लिंग हैं गुजरात में सोमनाथ , आंध्र प्रदेश में श्रीशैलम में मल्लिकार्जुन, मध्य प्रदेश में उज्जैन में महाकालेश्वर, मध्य प्रदेश में ओंकारेश्वर, हिमालय में केदारनाथ, महाराष्ट्र में भीमाशंकर, उत्तर प्रदेश में वाराणसी में विश्वनाथ, महाराष्ट्र में त्र्यंबकेश्वर, वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग…
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