राजनीतिक बदलाव की पृष्ठभूमि
- जनता दल (यू) से जुड़े कद्दावर नेता संतोष कुशवाहा ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का दामन थाम लिया है।
- इस कदम को बिहार की सियासी रणनीति में एक महत्वपूर्ण ‘झटका’ माना जा रहा है, विशेषकर सीमांचल क्षेत्र में।
राबड़ी आवास पर (RJD) संसदीय दल की बैठक हुई। डेढ़ घंटे चली बैठक में उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई। भाई वीरेंद्र ने कहा कि हम लोगों ने लालू यादव को अधिकृत किया है। हम लोगों ने विश्वास जताया है कि जो भी राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्णय होगा, उसका मान होगा।
महागठबंधन में सीट शेयरिंग जल्द फाइनल होने की बात कही जा रही है। बैठक में शामिल होने आए मनेर से राजद विधायक ने कहा, आज शाम में (Grand Alliance seat) महागठबंधन सीट शेयरिंग का ऐलान कर सकता है। पत्रकारों से उन्होंने कहा कि आप लोगों को शाम में बुलाया जाएगा। 12 अक्टूबर से पहले RJD अपने पहले चरण के उम्मीदवारों को सिंबल दे देगी।
इधर, राबड़ी आवास के बाहर राजद सुप्रीमो लालू यादव की गाड़ी को समर्थकों ने घेर लिया। समर्थक आरा के बड़हरा विधानसभा से सरोज यादव को टिकट देने की मांग कर रहे थे। समर्थकों का कहना है कि, अगर उनको टिकट नहीं मिला तो हम लोग पार्टी का झंडा नहीं उठाएंगे।
अन्य पढ़ें: अमिताभ ने फरहान अख्तर के साथ काम करने के अपने अनुभव साझा किए
RJD में शामिल हुए संतोष कुशवाहा

पूर्णिया के पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने जदयू का साथ छोड़ RJD का दामन थाम लिया। जदयू ही नहीं बल्कि NDA के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है। पूर्णिया से दो बार सांसद रहे संतोष कुशवाहा सीएम नीतीश के सबसे भरोसेमंद सिपाही माने जाते थे।
संतोष कुशवाहा के पूर्णिया के उस धमदाहा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा है, जहां से जदयू की कद्दावर नेत्री मंत्री लेसी सिंह चुनाव लड़ती हैं। ऐसे में मंत्री लेसी सिंह के लिए पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा बड़ी मुसीबत बनेंगे।
कांग्रेस के 13 संभावित कैंडिडेट्स की लिस्ट
सीट बंटवारे को लेकर राजद और कांग्रेस के बीच तल्खी बढ़ गई है। कांग्रेस ने राजद को जल्द से जल्द बंटवारे का अल्टीमेटम दिया है। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो 13 अक्टूबर से कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को उतारना शुरू कर देगी। कांग्रेस ने 13 सीटों पर कैंडिडेट्स लगभग फाइनल कर लिए हैं।
अन्य पढ़ें: