हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में 28 जुलाई 2025 की देर रात बादल फटने की घटना ने भयंकर तबाही मचाई। मंडी शहर के जेल रोड, सैनी मोहल्ला, और जोनल अस्पताल क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। भारी बारिश और बादल फटने से सुकती नाले में अचानक बाढ़ आ गई, जिसने कई घरों, वाहनों, और बुनियादी ढांचे को तहस-नहस कर दिया। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस आपदा में तीन लोगों की मौत हो चुकी है, एक महिला लापता है, और एक व्यक्ति घायल हुआ है।
- मौतें और लापता लोग: मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि तीन लोगों की मौत हुई है, और एक महिला के लापता होने की सूचना है। 15-20 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
- नुकसान: सुकती नाले में आए सैलाब ने 20 से अधिक वाहनों को बहा दिया, कई घरों में मलबा घुस गया, और सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर 4 माइल, 9 माइल, और द्वादा के पास सड़कें बह गईं, जिससे यातायात ठप हो गया।
- रेस्क्यू ऑपरेशन: एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, और होम गार्ड्स की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए जेसीबी मशीनों और ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है।
- मौसम चेतावनी: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मंडी, कांगड़ा, और कुल्लू में 29 जुलाई के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है
सरकारी प्रतिक्रिया:
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राहत कार्यों की निगरानी की। उन्होंने प्रभावित परिवारों को तत्काल सहायता और पुनर्वास का आश्वासन दिया है। केंद्र सरकार ने भी एनडीआरएफ और अन्य केंद्रीय बलों के माध्यम से सहायता का वादा किया है।
स्थानीय स्थिति:
स्थानीय लोगों का कहना है कि रात के अंधेरे में अचानक आई बाढ़ ने उन्हें घर छोड़कर भागने पर मजबूर कर दिया। मंडी में 121 सड़कें बंद हैं, 62 बिजली ट्रांसफार्मर और 110 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं
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