Latest News : इंडोनेशिया रक्षा मंत्री भारत दौरे पर, BrahMos डील में तेजी?

By Surekha Bhosle | Updated: November 27, 2025 • 12:06 PM

इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री स्याफरी स्यामसुद्दीन (Sjafrie Sjamsoeddin) की भारत यात्रा से भारतइंडोनेशिया रक्षा सहयोग को बड़ा बढ़ावा मिलने वाला है. इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच BrahMos सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल की संभावित डील पर विशेष जोर रहेगा. रूस ने भी इस डील को लेकर पॉजिटिव संकेत दिए हैं, जिससे इसकी प्रक्रिया और तेज होने की उम्मीद है।

सूत्रों के मुताबिक, यह डील अब एडवांस चरण में है और इंडोनेशिया लंबे समय से (BrahMos) खरीदने में रुचि रखता आया है. जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो के बीच हुई शिखर बैठक में यह मुद्दा सबसे ऊपर रहा था

भारत बनेगा इंडोनेशिया का बड़ा MRO हब

इंडोनेशिया अपनी एयरफोर्स और नौसेना के विमान और जहाजों के रखरखाव (Maintenance, Repair & Overhaul) के लिए भारत की विशेषज्ञता का उपयोग करना चाहता है. भारत पहले से ही इंडोनेशिया को सुखोई लड़ाकू विमानों के रखरखाव में सहायता दे रहा है. इससे हिंद महासागर क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग और मजबूत होगा।

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“BrahMos” भारतरूस संयुक्त तकनीक का घातक हथियार

BrahMos दुनिया की सबसे तेज ऑपरेशनल सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में गिनी जाती है. इसकी तैनाती ने भारतीय सेना की मारक क्षमता को कई स्तर पर बढ़ाया है।

रणनीतिक महत्व

  1. तेज प्रतिक्रिया क्षमता BrahMos की 2.83 मैक की गति इसे दुश्मन के रडार पर पकड़ना बेहद कठिन बनाती है.
  2. सटीक वार कम ऊंचाई पर समुद्र की सतह से उड़ान (sea-skimming) इसे लक्ष्य तक बेहद सटीक बनाती है.
  3. बहु-भूमिकीय उपयोग इसे जमीन, समुद्र, और वायु तीनों से लॉन्च किया जा सकता है.
  4. हिंद महासागर में शक्ति संतुलन भारतइंडोनेशिया सहयोग से दक्षिण चीन सागर और हिंद महासागर में रणनीतिक संतुलन मजबूत होगा.
  5. ऑपरेशन सिंदूर में प्रभाव पाकिस्तान में महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों, एयरबेस पर सटीक प्रहार में BrahMos ने अहम भूमिका निभाई, जिसने दुनिया का ध्यान खींचा.

BrahMos मिसाइल की खासियत

इंडोनेशिया के लिए क्यों महत्वपूर्ण है BrahMos?

इंडोनेशिया की इस डील से न केवल रक्षा सहयोग मजबूत होगा, बल्कि भारत का रक्षा निर्यात भी नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा. BrahMos का निर्यात भारत की बढ़ती सैन्य तकनीकी ताकत का भी प्रतीक है. इससे पहले फिलीपींस ने भी चीन की आक्रामकता का जवाब देने के लिए भारत से ब्रह्मोस की डील की है. दुनिया के कई देश अब इस कतार में हैं।

इंडोनेशिया भारत से कब अलग हुआ था?

1945 में जापान युद्ध हार गया। 17 अगस्त, 1945 को प्रथम राष्ट्रपति सुकर्णो ने इंडोनेशिया को स्वतंत्र घोषित कर दिया।

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