दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र 4 अगस्त 2025 को शुरू हुआ, जो 8 अगस्त तक चलेगा। सत्र के पहले दिन ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव पर चर्चा के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) ने समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन के ऑपरेशन सिंदूर पर दिए बयान पर तंज कसते हुए कहा, “जया जी (Jaya Bachchan), अभिनय की कला अलग है, एक चुटकी सिंदूर की कीमत क्या जानें, फिल्मी हस्ती हैं, शायद इसलिए उन्हें सैनिक कार्रवाई भी काल्पनिक लगती है।” यह बयान जया बच्चन के उस सवाल पर था, जिसमें उन्होंने संसद में ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर सवाल उठाया था, कहते हुए कि यह नाम असंवेदनशील है क्योंकि पहलगाम हमले में कई महिलाओं का सिंदूर उजड़ गया।
रेखा गुप्ता ने विपक्ष पर देश की सेना और प्रधानमंत्री पर भरोसा न करने का आरोप लगाया और ऑपरेशन सिंदूर को शहीदों को श्रद्धांजलि बताया। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं थी, यह हमारे शहीदों का सम्मान था।” सत्र में आप विधायक संजीव झा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी के बाद हंगामा हुआ, जिसे स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने रिकॉर्ड से हटाने का आदेश दिया और झा को सदन से बाहर निकाला गया।
इसके अलावा, रेखा गुप्ता सरकार ने दिल्ली स्कूल शिक्षा (फीस निर्धारण और विनियमन में पारदर्शिता) विधेयक, 2025 पेश किया, जिसका उद्देश्य निजी स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वृद्धि पर रोक लगाना है। विधेयक में पहली बार नियम तोड़ने पर 1 से 5 लाख रुपये और बार-बार उल्लंघन पर 2 से 10 लाख रुपये का जुर्माना और स्कूल की मान्यता रद्द करने का प्रावधान है। यह विधेयक 1 अप्रैल 2025 से लागू होगा।
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