पटेल के फैसले का दिया हवाला, PM मोदी ने नेहरू-कश्मीर पर साधा निशाना
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे(Kharge) ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के बयानों का करारा जवाब दिया और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर बैन लगाने की मांग की। खड़गे ने यह बयान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के उस विचार के समर्थन में दिया, जिसमें उन्होंने उस विचारधारा पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक और ‘लौह पुरुष’ की आवश्यकता बताई थी, जिससे भाजपा निकली है। खड़गे ने तर्क दिया कि यदि PM मोदी और अमित शाह(Amit Shah) सरदार पटेल के विचारों का सम्मान करते हैं, तो उन्हें RSS पर प्रतिबंध लगाना चाहिए, क्योंकि उनके अनुसार, देश में भाजपा-RSS के कारण कानून-व्यवस्था की दिक्कतें हो रही हैं।
पटेल द्वारा RSS पर प्रतिबंध का इतिहास और मोदी का पलटवार
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे(Kharge) ने अपने दावे के समर्थन में 18 जुलाई 1948 को तत्कालीन गृह मंत्री सरदार पटेल द्वारा श्यामा प्रसाद मुखर्जी को लिखे गए एक पत्र का हवाला दिया। इस पत्र में पटेल ने कथित तौर पर कहा था कि RSS ने ऐसा माहौल बनाया, जिससे महात्मा गांधी की हत्या हुई। 30 जनवरी 1948 को गांधी की हत्या के बाद, सरदार पटेल ने 4 फरवरी 1948 को RSS पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, 11 जुलाई 1949 को कुछ शर्तों के साथ यह बैन हटा लिया गया था। दूसरी ओर, PM मोदी ने सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर जवाहरलाल नेहरू को निशाना बनाते हुए कहा कि नेहरू ने पटेल को पूरे कश्मीर को भारत में मिलाने नहीं दिया और कश्मीर को अलग संविधान से बांट दिया। उन्होंने कांग्रेस पर गुलाम मानसिकता और धार्मिक आधार पर वंदे मातरम् के एक हिस्से को हटाने का आरोप लगाया।
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नेहरू-पटेल संबंधों पर मतभेद और सरदार पटेल की विरासत
खड़गे(Kharge) ने भाजपा पर नेहरू और पटेल के बीच दरार पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया, जबकि उनके बीच अच्छे संबंध थे और वे एक-दूसरे की सराहना करते थे। खड़गे(Kharge) की टिप्पणी PM मोदी के उस बयान के बाद आई, जिसमें उन्होंने नेहरू को कश्मीर के मुद्दे पर दोष दिया था। इस राजनीतिक खींचतान के केंद्र में रहे सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को हुआ था। उन्हें बारडोली सत्याग्रह के सफल नेतृत्व के बाद ‘सरदार’ की उपाधि मिली थी। वह 1947 से 1950 तक भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री थे, और उन्हें ‘भारत के लौह पुरुष’ के रूप में याद किया जाता है, जिन्होंने भारतीय संघ के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने RSS पर प्रतिबंध लगाने की मांग क्यों की?
खड़गे ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचारों का सम्मान करते हैं, तो उन्हें RSS पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। उन्होंने सरदार पटेल के 1948 के पत्र का हवाला दिया जिसमें कहा गया था कि RSS ने ऐसा माहौल बनाया जिससे महात्मा गांधी की हत्या हुई।
सरदार पटेल ने RSS पर कब प्रतिबंध लगाया था और बाद में यह कब हटा लिया गया?
महात्मा गांधी की हत्या के बाद तत्कालीन गृह मंत्री सरदार पटेल ने 4 फरवरी 1948 को RSS पर प्रतिबंध लगा दिया था। यह प्रतिबंध 11 जुलाई 1949 को तब हटा लिया गया जब RSS ने संविधान और अहिंसात्मक गतिविधियों का पालन करने का लिखित आश्वासन दिया।
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