28 जुलाई से बदलेगा इन राशियों का समय
ग्रहों के सेनापति मंगल (Mars) एक निश्चित अवधि में एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं। जुलाई (July) में मंगल कन्या राशि में गोचर करेंगे। मंगल राशि परिवर्तन 28 जुलाई को होगा और इस राशि में वे 13 सितंबर तक रहेंगे। मंगल को युद्ध, रक्त, विवाद व साहस आदि का कारक माना गया है। मंगल जब राशि परिवर्तन करते हैं तो सभी 12 राशियों को प्रभावित करते हैं। मंगल के कन्या राशि में आने से कुछ राशियों पर जहां नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, वहीं कुछ राशियों का अच्छा समय शुरू होगा। मंगल गोचर से तीन भाग्यशाली राशियों को सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। जानें इनके बारे में-
मेष राशि के स्वामी हैं मंगल
मेष राशि- मंगल मेष राशि के स्वामी हैं। इसके साथ ही इस राशि के लग्न व अष्टम भाव के भी स्वामी हैं। मंगल आपके छठे भाव में गोचर कर रहा है और छठे भाव में Mars का यह गोचर शुभ फल प्रदान करने वाला माना गया है। इस समय आपके सुख-सुविधाओं में वृद्धि हो सकती है। आपको वित्तीय और धन संबंधी मामलों में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। सेहत से जुड़ी परेशानी दूर होगी। समाज में आपका मान-सम्मान में वृद्धि होगी। शत्रु परास्त होंगे।

जातकों के लिए मंगल एक शुभ ग्रह
कर्क राशि- कर्क राशि के जातकों के लिए Mars एक शुभ ग्रह माना जाता है। कन्या राशि में Mars गोचर तीसरे भाव में होगा, जिससे शुभ परिणाम मिल सकते हैं। Mars गोचर के प्रभाव आपको आर्थिक लाभ हो सकता है। अटके हुए कार्य पूरे होंगे। संतान की ओर से भी आपको अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं। संतान व लव लाइफ के लिहाज से समय अनुकूल रहने वाला है।
वृश्चिक राशि के लग्न भाव और छठे भाव के स्वामी
वृश्चिक राशि- Mars वृश्चिक राशि के लग्न भाव और छठे भाव के स्वामी हैं। Mars आपके लाभ भाव में गोचर करेगा। Mars गोचर से आपकी आय में वृद्धि होगी। व्यापारियों को बड़ा मुनाफा हो सकता है। सेहत से जुड़ी परेशानियां दूर होंगी। जमीन-जायदाद संबंधी मामलों में शुभ परिणाम मिलने के संकेत हैं। निवेश का लाभ मिलेगा। भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा।
मंगल पर सबसे पहले कौन सा देश था?
मंगल पर सबसे पहले सफल मिशन भेजने वाला देश सोवियत संघ (USSR) था। 1971 में उसका मार्स 3 मिशन मंगल की सतह पर उतरा, लेकिन सिग्नल कुछ सेकंड में ही बंद हो गया।
मंगल ग्रह पर कितने देश पहुंच चुके हैं?
अब तक 4 देश मंगल ग्रह तक पहुंच चुके हैं:
- सोवियत संघ (USSR) – पहला सफल फ्लाईबाई और लैंडर (1971)।
- अमेरिका (NASA) – सबसे ज्यादा मिशन और रोवर।
- भारत (ISRO) – 2014 में Mangalyaan से पहली ही कोशिश में सफल।
- संयुक्त अरब अमीरात (UAE) – 2021 में Hope Probe के साथ।
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