Uri hydro power plant attack : नई दिल्ली भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किए जाने के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पास स्थित उरी हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट को निशाना बनाने की कोशिश की। हालांकि, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की त्वरित कार्रवाई के चलते यह हमला पूरी तरह विफल रहा और किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ।
6–7 मई की रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों (Uri hydro power plant attack) पर ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इसके जवाब में पाकिस्तान सेना ने भारतीय क्षेत्रों में अंधाधुंध गोलाबारी की, जिससे उरी स्थित रणनीतिक रूप से अहम हाइड्रो पावर परियोजनाएं खतरे में आ गईं।
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इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में कमांडेंट रवि यादव के नेतृत्व में CISF की टीम ने भारी गोलीबारी के बीच सुरक्षा व्यवस्था संभाली। बल ने हमले के लिए भेजे गए ड्रोन को निष्क्रिय किया और हथियारों के भंडार को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर राष्ट्रीय संपत्तियों की रक्षा की।
जब गोलाबारी रिहायशी इलाकों के पास पहुंच गई, तब CISF कर्मियों ने घर-घर जाकर महिलाओं, बच्चों, NHPC कर्मचारियों और उनके परिजनों को सुरक्षित बाहर निकाला। पूरे ऑपरेशन के दौरान किसी की जान नहीं गई, जिसे सुरक्षा बलों की सतर्कता और तैयारी का परिणाम माना जा रहा है।
उरी घटना में असाधारण सेवा प्रदान करने वाले 19 CISF जवानों को मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित समारोह में महानिदेशक का डिस्क पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
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