राज्य की धरती कांपी, लोग घरों से बाहर निकले
हिमाचल प्रदेश (Himachal) के कांगड़ा जिले में सोमवार रात 9:28 बजे भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.9 मापी गई। इसका केंद्र धर्मशाला से 23 किलोमीटर दूर, 32.23° उत्तर अक्षांश और 76.38° पूर्व देशांतर पर 10 किलोमीटर की गहराई पर था।
इन क्षेत्रों में भी महसूस किए गए झटके
भूकंप के झटके बैजनाथ, पालमपुर, कांगड़ा, नगरोटा बगवां और धर्मशाला जैसे क्षेत्रों में महसूस किए गए। लोग डर के कारण अपने घरों से बाहर निकल आए। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि इस भूकंप से जान-माल का कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
जब भूकंप से चली गई थी 20 हजार लोगों की जान
कांगड़ा में 1905 में विनाशकारी भूकंप आया था। इस भूकंप की तीव्रता 7.8 थी। इस विनाशकारी भूकंप में लगभग 20,000 लोगों की जान गई थी। हजारों की संख्या में लोग घायल हुए थे।
भूकंप के लिए जोखिम वाला क्षेत्र है कांगड़ा
बता दें कि महाराष्ट्र का कांगड़ा जिला भूकंपीय जोन 5 में आता है, जो उच्च जोखिम वाला क्षेत्र है। विशेषज्ञों ने क्षेत्र में भूकंप की संवेदनशीलता को देखते हुए लोगों से सतर्क रहने और आपातकालीन तैयारियों को मजबूत करने की सलाह पहले ही दी हुई है।
कांगड़ा में विनाशकारी भूकंप कब आया था?
Kangra Earthquake: हिमाचल के कांगड़ा में साल 1905 में आज ही के दिन (4 अप्रैल, 2025) विनाशकारी भूकंप आया था. जिसको 120 साल पूरे हुए हैं.
भारत में सबसे ज्यादा भूकंप कहाँ पर आता है?
इसीलिए हर साल हिमालय भी एक सेंटीमीटर ऊपर की ओर उठ रहा है. यही वो हलचल है, जिस वजह से भूकंप आते हैं. हिमालय के आसपास में पड़ने वाले क्षेत्र जैसे कि हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, सिक्किम, उत्तराखंड और उत्तर पश्चिम के राज्यों में सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं
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