नई दिल्ली,। इस साल 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एयर इंडिया फ्लाइट (Air India Flight) एआई-171 बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (Dreamlinear) विमान की थी जो उड़ान भरने के कुछ क्षण बाद एक कॉलेज की इमारत से टकरा गई थी। उसमें सवार 241 लोगों की मौत हो गई और केवल एक व्यक्ति बचा। अब इस हादसे की रिपोर्ट आ गई है। इसमें साफ कहा गया है कि विमान परिचालन में किसी की कोई गलती नहीं है।
जांच रिपोर्ट में एयर इंडिया संचालन को क्लीन चिट
दुर्घटना के संबंध में विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की जुलाई में जारी शुरुआती जांच रिपोर्ट में संकेत दिया गया था कि एयर इंडिया के परिचालन में ‘कुछ भी गलत नहीं था’ और उसकी मौजूदा कार्यप्रणाली में किसी बदलाव की जरूरत नहीं है।
अंतिम रिपोर्ट का इंतजार, प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद
विल्सन ने कहा, ‘हम जांचकर्ताओं के साथ भी काम कर रहे हैं। हम सीधे तौर पर जांच में शामिल नहीं हैं। यह सरकार की देखरेख में हो रही है। अंतरिम रिपोर्ट में संकेत दिया गया है कि विमान, इंजन अथवा परिचालन में कोई गड़बड़ी नहीं थी। जाहिर तौर पर दूसरों की ही तरह हम भी अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। अगर उसमें कुछ सीखने के लिए होगा तो हम निश्चित तौर पर वैसा करेंगे।’
इंजन बंद होने की तकनीकी वजह की जांच जारी
एएआईबी ने 12 जुलाई को एआई-171 दुर्घटना पर अपनी शुरुआती रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें पता चला था कि उड़ान भरने के तुरंत बाद दोनों इंजनों में फ्यूल सप्लाई बंद हो गई थी। दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच जल्दी-जल्दी ‘कटऑफ’ स्थिति में चले गए थे और हालांकि उन्हें लगभग 10 सेकंड बाद फिर से चालू कर दिया गया था, लेकिन इंजन पहले ही बंद हो चुके थे।
पायलटों के बीच बातचीत पर उठे सवाल
रिपोर्ट में कहा गया था कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने स्विच क्यों बंद किए और दूसरे पायलट ने इससे इनकार कर दिया। रिपोर्ट में यह ब्योरा नहीं दिया गया कि किस पायलट ने क्या कहा। एएआईबी ने तकनीकी खराबी से इनकार नहीं किया और कहा कि चल रही जांच में एविएशन मेडिसिन और मनोविज्ञान विशेषज्ञों को शामिल किया गया है।
एयर इंडिया की प्रतिबद्धता: हर प्रभावित परिवार को मिलेगा मुआवजा
विमानन कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने कहा, ‘पीड़ित लोगों के लिए, प्रभावित परिवारों के लिए, कंपनी के लिए, स्टाफ के लिए यह बहुत ही दुखद था।’ उन्होंने बताया कि एयर इंडिया ने टाटा संस के जरिए एक ट्रस्ट बनाया है और सभी प्रभावित परिवारों को अंतरिम मुआवजा दिया जा चुका है।
सुरक्षा के लिए वाइड बॉडी उड़ानों में 15% कटौती
शुरुआती तीन महीनों तक एयर इंडिया ने अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में करीब 15 फीसदी की कटौती की थी ताकि सुरक्षा जांचों के लिए पर्याप्त समय मिल सके और पायलट-इंजीनियर और भी सतर्क रहें।
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