Latest News : “साइको किलर बच्चों की जान लेती एकादशी दिन

By Surekha Bhosle | Updated: December 4, 2025 • 5:26 PM

 पूनम पर चचेरे भाई का चौंकाने वाला खुलासा

हरियाणा के पानीपत की ‘साइको किलर’(‘saiko kilar’) पूनम के खूनी खेल को लेकर तरह-तरह के खुलासे हो रहे हैं. अब पूनम के चचेरे भाई सुरेंद्र ने जो कहानी बताई, वो तो हैरान कर देना वाली है और मामले को तंत्र-मंत्र की तरह भी घुमा दिया है. सुरेंद्र ने बताया कि छह वर्षीय बच्ची विधि की हत्या से पहले पूनम ने जो अन्य तीन बच्चों को मारा, उन तीनों दिन एकादशी थी. एकादशी पर पूनम ने इन वारदातों को अंजाम दिया. हो सकता है कि तंत्र-मंत्र के चक्कर में उसने ऐसा किया हो. फिलहाल पुलिस सुरेंद्र के आरोपों पर भी पूनम से पूछताछ कर रही है

दरअसल, आरोपी साइको किलर पूनम सोनीपत (Poonam Sonipat) के भावड़ गांव की रहने वाली है. उसका मायका पानीपत के सिवाय गांव में है. सिवाय गांव के रहने वाले पूनम के चचेरे भाई सुरेंद्र ने बताया कि पूनम उसकी चचेरी बहन है, लेकिन पूनम ने उसकी बेटी की भी जान ले ली थी. वारदात की कहानी बताते हुए सुरेंद्र ने बताया कि इसी साल 18 अगस्त को पूनम घर आई हुई थी. पूनम और मेरा घर अगल-बगल में है. पूनम मेरे घर पर भी मिलने आई थी और वहीं रुक गई।

पानी के टैंक में मिली थी बेटी की लाश

सुरेंद्र ने बताया कि रात को वह मेरी बेटी जिया के साथ सो गई. जब सुबह उठकर देखा तो जिया कहीं नहीं मिली. इस पर हम लोग परेशान हो गए और इधर-उधर ढूंढने लगा. कुछ देर बाद घर में बने पानी के टैंक में देखा तो वहां जिया की लाश मिली. सुरेंद्र ने कहा कि चूंकि जिया पूनम के साथ सोई हुई थी तो उसाका शक पूनम पर ही था. जब सुरेंद्र उसने कहा कि इसी ने जिया को मारा है तो पूनम जान-बूझकर रोने लगी और नाटक करने लगी कि वह सुसाइड कर लेगी।

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सुरेंद्र ने बताया कि लोक-लाज के चलते उस समय इस मामले को शांत कर दिया गया और पुलिस में मामला नहीं दर्ज कराया गया. सुरेंद्र ने कहा कि जिया के बिना उसका मन लग नहीं रहा था. उसको ये तो पता था कि बेटी के साथ कुछ जरूर बुरा हुआ है. वह अपनी तरफ से हर सुराग तलाश रहा था. चूंकि इससे पहले भी पूनम के खुद के बेटे शुभम और उसकी ननद की 9 वर्षीय बेटी इशिका की भी इसी तरह मौत हो चुकी थी।

एकादशी के दिन करती थी हत्या

उसने बार-बार सभी पहलुओं पर विचार किया तो एक बात सामने निकल कर आई कि तीनों वारदात के दिन एकादशी थी और तीनों की हत्या करने का तरीका एक ही था तो कहीं न कहीं यह तांत्रिक क्रिया से जुड़ा हो सकता है. सुरेंद्र ने बताया कि जिया की हत्या के बाद किलिंग का सिलसिला कुछ समय तक के लिए रुक गया, क्योंकि पूनम गर्भवती हो गई थी. नहीं तो न जाने कितने बच्चों की और जिंदगी निगल जाती।

सुरेंद्र ने पानीपत पुलिस-प्रशासन से मांग की कि उसकी बहन को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. कोई उम्रकैद नहीं, कोई 10 साल या 20 साल की सजा नहीं, बल्कि सजा-ए- मौत दी जाए. अगर पूनम को 10 साल या उम्रकैद की सजा होती है तो यह पैरोल पर बाहर आकर पता नहीं कितने बच्चों की हत्या कर सकती है?

साइको किलर को सुंदर बच्चे नहीं थे पसंद

बता दें कि यह साइको किलर महिला पूनम इस समय पुलिस की गिरफ्त में है. पुलिस इससे पूछताछ करने में जुटी है. पूछताछ में तरह-तरह के खुलासे हो गए रहे हैं. सबसे हैरान करने वाला खुलासा ये हुआ है कि पूनम को सुंदर बच्चे अच्छे नहीं लगते थे. अगर कोई सुंदर बच्चा उसे दिख जाए तो वह उसकी हत्या करने की योजना बनाने लगती थी. यहां तक कि उसने अपने खुद के बेटे तक को मार दिया था।

साइको किलर का मतलब क्या होता है?

साइको किलर एक विशिष्ट प्रकार का अपराधी होता है, जिसे उसकी मनोवैज्ञानिक प्रेरणाओं और हत्या करने की आवश्यकता के आधार पर परिभाषित किया जाता है ।

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