PWD ऑफिस: उत्तराखंड के चंपावत जिले के लोहाघाट स्थित लोक निर्माण विभाग (PWD) के राष्ट्रीय राजमार्ग खंड कार्यालय से एक हैरान कर देने वाला विषय सामने आया है। यहां सेवा पुस्तिका गायब होने पर देवी-देवताओं से सहायता पाने के लिए सभी कर्मचारियों को दो-दो मुट्ठी चावल लाने का फरमान जारी किया गया है।
सेवा पुस्तिका गायब, बढ़ा मानसिक तनाव
समस्या अपर सहायक अभियंता जय प्रकाश से जुड़ा है, जिनकी सेवा पुस्तिका कार्यालय की अलमारी से अचानक गायब हो गई। तमाम खोजबीन के बावजूद दस्तावेज नहीं मिले, जिससे जय प्रकाश और अधिष्ठान सहायक गहरे मानसिक तनाव में आ गए।
देवी आराधना से समाधान की कोशिश
PWD ऑफिस के अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार ने 16 May 2025 को एक लिखित आदेश में कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वे 17 मई को दो-दो मुट्ठी चावल लेकर कार्यालय पहुंचे। इन चावलों को स्थानीय देवालय में देवी-देवताओं को चढ़ाया जाएगा ताकि “दैवीय न्याय” से सेवा पुस्तिका की प्राप्ति हो सके।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ फरमान
यह हुक्म जैसे ही सोशल मीडिया पर पहुंचा, लोगों की प्रतिक्रिया की बाढ़ आ गई। कुछ यूज़र्स ने इसे “आध्यात्मिक नौकरशाही” करार दिया, तो कई लोगों ने इसे सरकारी तंत्र की नाकामयाबी बताया। एक यूज़र ने लिखा, “फाइल ढूंढने की जगह पूजा पाठ? ये तो PWD नहीं, पंडित वर्क डिपार्टमेंट हो गया है!”
मुख्य अभियंता ने मांगा स्पष्टीकरण
PWD के मुख्य अभियंता राजेश चंद्र ने घटना की गंभीरता को देखते हुए अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार को अधिसूचना भेजा है और तीन दिन के भीतर जवाब तलब किया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उचित स्पष्टीकरण नहीं मिला तो कर्मचारी आचरण नियमावली 2002 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला क्यों है महत्वपूर्ण?
- यह घटना सरकारी कार्यालयों में दस्तावेज प्रबंधन की लचर व्यवस्था को उजागर करती है।
- इसमें दिखता है कि मुसीबत के समाधान के लिए प्रणालीगत सुधार की बजाय धार्मिक उपायों का सहारा लिया जा रहा है।
- यह मामला दर्शाता है कि कैसे एक साधारण सी भूल सोशल मीडिया के कारण सार्वजनिक मज़ाक बन सकती है।