महिला टीचर को भेजा अभ्रद मैसेज, अब ट्रांसफर
Delhi News: दिल्ली के किशनगढ़ MCD स्कूल के प्रिंसिपल अवधेश महतो पर महिला शिक्षिकाओं को व्हाट्सऐप ग्रुप में अभद्र संदेश भेजने का आरोप लगा है. शिकायत के बाद भी कार्रवाई न होने पर सवाल उठे. दबाव बढ़ने पर MCD ने प्रिंसिपल का तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया है, जबकि जांच अभी भी लंबित है. शिक्षक सुरक्षित माहौल की मांग कर रहे हैं।
Delhi News: दिल्ली के किशनगढ़ (MCD) स्कूल से एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है, जहां स्कूल के प्रिंसिपल अवधेश महतो पर महिला शिक्षिकाओं को व्हाट्सऐप ग्रुप में अभद्र और आपत्तिजनक संदेश भेजने का आरोप लगा है. यह मामला सामने आने के बाद शिक्षा समिति के अध्यक्ष योगेश वर्मा ने निगम आयुक्त को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
साउथ दिल्ली के किशनगढ़ स्थित एमसीडी स्कूल के प्रिंसिपल (Awadhesh Mahato) अवधेश महतो को महिला टीचरों को आपत्तिजनक संदेश भेजने के आरोपों के बाद ट्रांसफर कर दिया गया है. महिला टीचरों ने पहले ही शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कार्रवाई न होने पर विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे. मामला सार्वजनिक होते ही बढ़ते दबाव के बीच एमसीडी शिक्षा विभाग ने उन्हें तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, स्कूल की कई महिला शिक्षिकाओं ने प्रिंसिपल की हरकतों की शिकायत डिप्टी डायरेक्टर (एजुकेशन) को काफी पहले सौंप दी थी. आरोप था कि प्रिंसिपल वाट्सऐप ग्रुप में आपत्तिजनक मैसेज भेजते थे, जिससे शिक्षिकाएं असहज और मानसिक रूप से परेशान थीं. शिकायतों के बावजूद विभागीय स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई न होने से पीड़ितों में नाराजगी बढ़ती गई।
कार्रवाई में देरी पर उठे थे सवाल
मामला तब गंभीर रूप ले गया, जब 25 अक्टूबर को शिक्षा समिति के अध्यक्ष योगेश वर्मा ने निगम आयुक्त को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे संवेदनशील मामलों में देरी से कार्रवाई करना न केवल अनुचित है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि विभाग के अंदर शिकायत निस्तारण की प्रक्रिया कितनी कमजोर है. उन्होंने कहा कि जब महिला कर्मचारियों की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे हों, तो बिना देर किए कदम उठाए जाने चाहिए।
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लगातार बढ़ते दबाव के बाद आखिरकार एमसीडी शिक्षा विभाग हेडक्वार्टर ने प्रिंसिपल अवधेश महतो का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया. उन्हें प्रशासनिक आधार पर सुल्तानपुरी एमसीपीएस, सी-6 ब्लॉक-2, रोहिणी जोन भेजा गया है. आदेश में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि यह निर्णय जांच पूरी होने तक प्रभावी रहेगा।
प्रिंसिपल के खिलाफ विभागीय जांच शुरू
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, अब मामले की जांच एक विशेष टीम कर रही है. यह टीम प्रिंसिपल की ओर से भेजे गए कथित अभद्र संदेशों, ग्रुप चैट के स्क्रीनशॉट और शिक्षिकाओं के बयान जैसे साक्ष्यों की जांच करेगी. यदि आरोप साबित होते हैं, तो प्रिंसिपल महतो के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जा सकती है, जिसमें निलंबन, पदावनति या सेवा नियमों के तहत अन्य दंड शामिल हो सकते हैं. दूसरी ओर, महिला शिक्षिकाओं को भरोसा दिलाया गया है कि उनकी शिकायतों को गंभीरता से लिया जा रहा है और उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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