हैदराबाद: तेलंगाना में एक बड़े जासूसी कांड (Espionage Case) ने नई करवट ली है, जिसमें विशेष खुफिया ब्यूरो (SIB) के कार्यालय में संवेदनशील डेटा वाली 62 हार्ड डिस्क को नष्ट कर मुसी नदी में फेंकने की चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। यह मामला तब उजागर हुआ जब जांच में पता चला कि SIB के दफ्तर में CCTV कमरे बंद कर दिए गए थे और हार्ड डिस्क को जानबूझकर नष्ट किया गया।
इस घटना ने तेलंगाना की सियासत में हलचल मचा दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह कांड तब सामने आया जब विशेष जांच दल (SIT) ने तेलंगाना में हुए कथित फोन टैपिंग मामले की जांच शुरू की। जांच में पता चला कि 2023 में भारत राष्ट्र समिति (BRS) सरकार के सत्ता खोने के बाद, SIB के तत्कालीन DSP डी. प्रणीत राव ने कथित तौर पर 9 नवंबर को SOT (स्पेशल ऑपरेशंस टीम) लॉगर रूम में प्रवेश किया। उन्होंने CCTV कैमरे बंद किए, बिजली आपूर्ति काटी और 62 हार्ड डिस्क को नष्ट कर मुसी नदी में फेंक दिया।

इन हार्ड डिस्क में महत्वपूर्ण जानकारी थी, जिसमें नेताओं, NGOs, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, और माओवादी गतिविधियों से संबंधित डेटा शामिल था। SIT ने पूर्व SIB प्रमुख टी. प्रभाकर राव से 8 घंटे तक पूछताछ की, जिसमें उनसे पूछा गया कि क्यों हार्ड डिस्क नष्ट किए गए और CCTV क्यों बंद किए गए। प्रभाकर राव ने इन आरोपों से इनकार करते हुए सबूत मांगे। जांच में यह भी सामने आया कि 4 दिसंबर 2023 को, जब प्रभाकर राव ने इस्तीफा दिया, उसी दिन 17 कंप्यूटरों और दो लैपटॉप की हार्ड डिस्क को बदला गया।
पुलिस ने मुसी नदी से कुछ हार्ड डिस्क बरामद की हैं और डेटा रिकवरी की कोशिश कर रही है। इस मामले में अन्य अधिकारियों, जैसे एम. तिरुपटन्ना और एन. भुजंगा राव, से भी पूछताछ की जा रही है। यह कांड तेलंगाना में गोपनीयता और निगरानी के दुरुपयोग पर गंभीर सवाल उठाता है।
तेलंगाना जासूसी कांड:
राजभवन में चोरी से लेकर हार्ड डिस्क नष्ट करने तक – सनसनीखेज खुलासे हैदराबाद: तेलंगाना में जासूसी कांड की परतें खुलने के साथ ही एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें राजभवन से चार हार्ड डिस्क चोरी होने की बात सामने आई है। इसके अलावा, विशेष खुफिया ब्यूरो (SIB) में 62 हार्ड डिस्क नष्ट कर मुसी नदी में फेंकने का खुलासा हुआ है, जिसने सियासी और प्रशासनिक हलकों में खलबली मचा दी है। 20 मई 2025 को, तेलंगाना के राजभवन में सुदर्शन भवन से चार हार्ड डिस्क चोरी होने की घटना ने सुर्खियां बटोरीं।
CCTV फुटेज में एक निलंबित कर्मचारी, टी. श्रीनिवास, को रात 10:11 बजे हेलमेट पहनकर कंप्यूटर रूम में घुसते देखा गया। इन हार्ड डिस्क में लाइसेंस्ड सॉफ्टवेयर, आधिकारिक दस्तावेज, और IT निरीक्षण रिपोर्ट जैसी संवेदनशील जानकारी थी। पंजागुट्टा पुलिस ने FIR दर्ज कर श्रीनिवास को गिरफ्तार किया और जांच शुरू की। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इसके पीछे कोई बड़ा षड्यंत्र है। दूसरी ओर, SIB के जासूसी कांड में 62 हार्ड डिस्क के नष्ट होने की घटना ने जांच को और जटिल बना दिया।
जांच में पता चला कि DSP डी. प्रणीत राव ने BRS सरकार के सत्ता खोने के बाद, 9 नवंबर 2023 को SOT लॉगर रूम में CCTV बंद कर 62 हार्ड डिस्क नष्ट कीं और उन्हें मुसी नदी में फेंक दिया। इनमें फोन टैपिंग से जुड़ा डेटा था, जो विपक्षी नेताओं और अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों की निगरानी से संबंधित था। SIT ने इस मामले में पूर्व SIB प्रमुख टी. प्रभाकर राव से पूछताछ की, जिन्होंने सबूतों की कमी का हवाला दिया।
पुलिस ने मुसी नदी से कुछ हार्ड डिस्क बरामद की हैं और डेटा रिकवरी के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। यह मामला तेलंगाना में निगरानी और डेटा सुरक्षा के गंभीर उल्लंघन को उजागर करता है, जिसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं।