बहू-पोते के साथ छठ देखने जा रही थी महिला… बेकाबू गाड़ी ने मार दी जोरदर टक्कर
उत्तर प्रदेश के चंदौली में एक बड़ा सड़क हादसा हो गया, जिसमें एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई. छठ महापर्व (Chhath Mahaparva) के दिन परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं. मंगलवार को तीनों छठ देखने रेवसा पचफेड़वा घाट पर छठ देखने जा रही थी. तभी बेकाबू वाहन ने पचफेड़वा NH-19 पर तीनों को टक्कर मार दी, जिसके बाद तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतकों की पहचान कुमारी देवी, चांदनी देवी (Chandni Devi) और सौरभ के रूप में हुई है. कुमारी देवी अपनी बहू चांदनी देवी और पोते सौरभ के साथ छठ देखने जा रही थी. तभी तीनों हादसे का शिकार हो गए. तीनों एक ही परिवार के सदस्य थे और कोतवाली अलीनगर के रेवासा गांव के रहने वाले थे. तीनों की मौत के बाद गांव में मातम पसर गया और उनके बाकी परिजन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
टक्कर मारने वाली गाड़ी की तलाश जारी
अब पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है. पुलिस मृतकों को टक्कर मारने वाली गाड़ी की तलाश में भी जुट गई है. चंदौली में छठ की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी चन्द्रमोहन गर्ग, पुलिस अधीक्षक आदित्य लांघे, अपर पुलिस अधीक्षक अनंत चंद्रशेखर, आईपीएस लगातार चक्रमण कर रहे हैं, लेकिन इसी बीच ये हादसा हो गया।
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आधा दर्जन युवकों की डूबने से मौत
वहीं कई क्षेत्रों से लोगों के डूबने की घटना भी अब तक सामने आ चुकी हैं, जिनमें करीब आधा दर्जन युवकों की मौत हो गई. पुलिस अधीक्षक ने हर तालाब पर पुलिस के सिपाही, दरोगा, इंस्पेक्टर की ड्यूटी लगाई हुई थी. जिलाधिकारी चंद्र मोहन खुद दो दिनों से तालाब, गंगा घाट का निरीक्षण कर रहे थे. साफ सफाई की व्यवस्था की कमान भी उन्होंने खुद संभाली हुई थी।
छठ का त्यौहार महापर्व के रूप में लोग मनाते हैं और अपने परिवार की सलामती की प्रार्थना करते हैं. महिलाएं अपने बेटे, पति और परिवार की लंबी उम्र की कामना करती हैं, लेकिन छठ पर्व के ही दिन एक परिवार के तीन सदस्य खत्म हो गए, जिनमें 55 साल की कुमारी देवी, 27 साल की चांदनी देवी और 5 साल के सौरभ शामिल थे।
चंदौली का पुराना नाम क्या था?
इनका शिव और शक्ति में गहरा विश्वास था और दैवीय शक्ति में भी दृढ़ विश्वास था। अपना पूरा जीवन इन्होंने मानव जाति की सेवा में लगा दिया। यह स्थान हिन्दुत्व का एक पवित्र स्थल बन गया है। जिले का एक प्राचीन स्थान है हेतमपुर गाँव।
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