पटना। बिहार में मतदान के दिन बूथ पर कोई तकनीकी बाधा न आए, इसके लिए बुधवार को जिले की 14 विधानसभा सीटों में ईसीआइनेट एप (ECINet) और पीआरओ एप की फील्ड टेस्टिंग (Filed Testing) का परीक्षण किया गया। यह कदम मतदान प्रक्रिया को आसान, पारदर्शी और तेज़ बनाने के लिए उठाया गया है।
फील्ड टेस्टिंग का विवरण
टेस्टिंग सुबह आठ बजे सभी मतदान केंद्रों पर एक साथ की गई। निर्वाचन पदाधिकारी एवं डीएम डा. त्यागराजन एसएम ने चुनाव तैयारियों की समीक्षा बैठक में इस परीक्षण का निर्देश दिया। उन्होंने सभी बूथ लेवल अफसर (BLO) को समय पर मतदान केंद्र पर उपस्थित रहने और एप का सही उपयोग सुनिश्चित करने को कहा।
ECINet एप की विशेषताएँ
केंद्रीय निर्वाचन आयोग द्वारा विकसित डिजिटल प्लेटफार्म ECINet एप से बीएलओ निम्न कार्य कर सकते हैं:
- मतदान केंद्र की सुविधा, तैयारियों और नेटवर्क की वास्तविक समय में रिपोर्टिंग
- मतदाता सूची में सुधार, नए मतदाता जोड़ना या हटाना
- मतदाता जागरूकता गतिविधियों की रिपोर्ट भेजना
- बूथ पर शौचालय, पेयजल, रैंप, बिजली जैसी सुविधाओं की जानकारी प्रदान करना
प्रशिक्षण और इंटरनेट कनेक्टिविटी
फील्ड टेस्टिंग के दौरान बीएलओ को एप के व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया, ताकि मतदान के दिन रिपोर्टिंग में कोई देरी या भ्रम न हो।
साथ ही, इंटरनेट कनेक्टिविटी की स्थिति की भी जांच की गई
सुरक्षा और आचार संहिता
डीएम ने सभी नोडल पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि:
- दुर्गम और संवेदनशील मतदान केंद्रों की सूची सात दिन में सौंपें
- एरिया डॉमिनेशन और रूट मार्च की योजना तैयार करें
- आदर्श आचार संहिता का पालन, संपत्ति विरूपण की निगरानी, और फ्लाइंग स्क्वायड व वीडियो सर्विलांस सुनिश्चित करें
- चुनावी खर्च की निगरानी और व्यय सीमा उल्लंघन पर शीघ्र कार्रवाई करें
मतदान केंद्रों पर सुविधाओं की गारंटी
- हर मतदान केंद्र पर शौचालय, पेयजल, रैंप और बिजली की व्यवस्था अनिवार्य
- सद-प्रतिशत वेबकास्टिंग और सिंगल विंडो सिस्टम की प्रभावी संचालन
- मतदान से पांच दिन पहले वोटर इंफार्मेशन स्लिप का वितरण
- होम वोटिंग और पोस्टल बैलट सुविधा में कोई चूक न हो
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मतदाता जागरूकता अभियान सघन रूप से चलाया जाए
- वोटर हेल्पलाइन 1950 के माध्यम से मतदाताओं को सभी जरूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाए
लक्ष्य: अधिकतम भागीदारी
इस पूरी तैयारी का उद्देश्य है कि 66 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य हासिल किया जा सके और चुनाव सुरक्षित, निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संपन्न हो।
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