एलन मस्क की प्राइवेट स्पेस कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) ने बुधवार को दुनिया को फिर हैरान कर दिया। कंपनी ने अपने सबसे ताकतवर रॉकेट ‘स्टारशिप’ (Starship) का 10वां टेस्ट लॉन्च टेक्सास स्थित स्टारबेस (Starbase) से सफलतापूर्वक पूरा किया।
खराब मौसम के कारण लॉन्च दो बार टाला गया, लेकिन तीसरे प्रयास में इतिहास रच दिया गया।
क्यों खास है यह टेस्ट फ्लाइट?
- रियूजेबिलिटी की जांच – रॉकेट को बार-बार इस्तेमाल करने की क्षमता पर खास ध्यान दिया गया।
- हॉट स्टेजिंग सफल – स्टारशिप ने बूस्टर से अलग होकर नए चरण का सफल प्रदर्शन किया।
बूस्टर रिकवरी का नया तरीका
- बूस्टर को इस बार जमीन पर उतारने की बजाय नियंत्रित तरीके से मेक्सिको की खाड़ी में गिराया गया।
- टेस्ट में इंजन री-स्टार्ट और फ्लिप जैसे जटिल प्रयोग किए गए।
- भविष्य में लॉन्च टावर की मदद से हवा में ही बूस्टर को “कैच” करने की तैयारी है।
भविष्य की उड़ानें और लक्ष्य
- स्टारशिप का ऊपरी हिस्सा ऑर्बिटल वेग (कक्षा की गति) तक पहुंचा।
- यह तकनीक भविष्य में
- धरती पर तेज़ यात्रा
- नासा के आर्टेमिस प्रोग्राम के तहत इंसानों को चांद पर भेजना
- और अंततः मंगल मिशन के लिए अहम साबित होगी।
स्टारशिप की ताकत
- सुपर हेवी बूस्टर: 232 फीट ऊंचा
- अपर स्टेज स्टारशिप: 171 फीट ऊंचा
- कुल ऊंचाई: स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से भी ज्यादा ।
स्पेसएक्स स्टारशिप का उद्देश्य क्या है?
सीईओ एलन मस्क लंबे समय से स्टारशिप को वह वाहन बता रहे हैं जो इंसानों को पहली बार मंगल ग्रह पर ले जाएगा। इस दशक में अंतरिक्ष यात्रियों को चाँद पर वापस भेजने के नासा के लक्ष्य के लिए भी स्टारशिप को महत्वपूर्ण माना जा रहा है
स्पेसएक्स में कितने स्टारशिप हैं?
स्टारशिप अंतरिक्ष यान नवंबर 2024 के बाद से एक भी स्वच्छ उड़ान परीक्षण से नहीं गुजरा है । स्पेसएक्स पहले ही कह चुका है कि कंपनी द्वारा इससे भी बड़े यान के लॉन्च से पहले, स्टारशिप के इस संस्करण की 10वीं उड़ान आखिरी उड़ानों में से एक होगी।
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