सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सलमान खुर्शीद ने कहा कि पाकिस्तान में अराजकता कायम है। सेना के भीतरी गुटों में सत्ता के लिए होड़ और सरकार के नियंत्रण की कमी है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को बेनकाब करने विदेश गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य, पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने पड़ोसी मुल्क की पोल खोली। बार-बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किए जाने पर वह पाकिस्तान पर खूब भड़के। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। इससे साफ है कि पाकिस्तान में किसी का नियंत्रण नहीं है।
पाकिस्तान में अराजकता कायम है : खुर्शीद
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सलमान खुर्शीद ने कहा कि पाकिस्तान में अराजकता कायम है। सेना के भीतरी गुटों में सत्ता के लिए होड़ और सरकार के नियंत्रण की कमी है। उन्होंने कहा कि सीमा पार और नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी कम से कम तीन या चार घंटे तक जारी रही। एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ। इससे स्पष्ट है कि पाकिस्तान में कोई भी नियंत्रण में नहीं है। नागरिक सरकार नियंत्रण में नहीं दिखती। सेना के भीतरी गुट शक्तिशाली बनने के लिए एक-दूसरे से होड़ कर रहे हैं। फिर भी हमने संयम और धैर्य दिखाया।
भारत ने आगे और हमले करने से किया परहेज
खुर्शीद ने कहा कि जब पाकिस्तान के डीजीएमओ ने शत्रुता समाप्त करने का अनुरोध किया तो भारत ने अपनी कार्रवाई रोक दी। भारत ने आगे और हमले करने से परहेज किया। उन्होंने इन दावों को पूरी तरह से बकवास बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह कहना पूरी तरह से बकवास है कि हमने पाकिस्तान को पहले बुलाया।
पाकिस्तान से आतंकवाद छोड़ने की भारत की मांग को समझने की बात कही
उन्होंने कहा कि हमने उन्हें पहले क्यों बुलाया? कॉल किए जाने के समय कौन रिसीव कर रहा था? यह सभी के लिए स्पष्ट है कि कॉल पाकिस्तान के डीजीएमओ से भारत के डीजीएमओ को आई थी। हमने तब रोका जब उन्होंने कहा चलो रुकें। इसके बाद हमने उन पर कोई और हमला नहीं किया। कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत महान बन रहा है। कोई भी हमें विचलित नहीं कर सकता या हमारे इस मार्ग में बाधा नहीं डाल सकता। इसलिए हमारे लिए अपनी ताकत दिखाना महत्वपूर्ण है। खुर्शीद ने पाकिस्तान से आतंकवाद छोड़ने की भारत की मांग को समझने की बात कही।
पाकिस्तान में थोड़ी भी समझदारी है
उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान में थोड़ी भी समझदारी है, तो वे हमारी एकमात्र मांग को समझे कि आतंकवाद छोड़ो। मेरे कुछ साथी सत्ताधारी पार्टी से नहीं हैं। सत्ताधारी पार्टी अकेले ही यह संदेश देने आ सकती थी, लेकिन वे भारत का संदेश देने के लिए हमारे साथ आए। हालांकि, दुख की बात है कि भारत से हमें यह सुनने को नहीं मिला। कोई कह रहा है कि वह भाजपा या कांग्रेस का समर्थन कर रहा है, लेकिन मुझे गर्व है कि हम यहां एक साथ हैं क्योंकि हम एक-दूसरे की पार्टियों का समर्थन नहीं कर रहे हैं, हम भारत के एक साधारण विचार का समर्थन कर रहे हैं।
जदयू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल में अपराजिता सारंगी (भाजपा), टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी, बृज लाला (भाजपा), जॉन ब्रिटास (सीपीआई-एम), प्रदान बरुआ (भाजपा), हेमंग जोशी (भाजपा), सलमान खुर्शीद और मोहन कुमार शामिल हैं।
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