पाकिस्तान अपनी नापाक व्यवहार से बाज नहीं आ रहा है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में कृष्णा घाटी सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने युद्ध विराम का अतिक्रमण किया और भारतीय रखवाली पर गोलीबारी की। भारतीय सेना ने भी करारा प्रत्युत्तर देते हुए पाकिस्तान को भारी क्षति पहुंचाया। हाल ही में क्षेत्र में आतंकी घटनाओं में उत्थान के कारण नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दबाव बढ़ गया है।
भारतीय सैन्य ने कहा कि पाकिस्तानी सैन्य की अतिक्रमण के चलते कृष्णा घाटी सेक्टर में माइन ब्लास्ट हुआ, जिसके बाद बिना किसी उकसावे के पाकिस्तान ने बंदूक चलाना शुरू कर दी। भारतीय सेना ने तुरंत प्रभावी प्रत्युत्तर कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी गोलीकांड से मुंहतोड़ जवाबदेही दिया। फिलहाल, स्थिति प्रबंध में है और भारतीय सेना पूरी तरह सतर्क है।
भारतीय सैन्य ने यह भी स्पष्ट किया कि वह प्रबंध रेखा पर शांति बनाए रखने के लिए 2021 के डीजीएसएमओ समझौते को गौरव देती है, लेकिन किसी भी सांप्रभुता के अतिक्रमण का उचित जवाब दिया जाएगा।
प्रबंध रेखा पर भारतीय सैन्य पूरी तरह सतर्क
प्रबंध रेखा (LoC) पर हालिया घटना के बाद भारतीय सैन्य पूरी तरह से सतर्क है। सेना के अधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए शीघ्रता रहने के निर्देश दिए गए हैं। सेना लगातार इलाके की निगरानी कर रही है ताकि किसी भी तरह की हस्तक्षेप या हमले की कोशिश को नाकाम किया जा सके।
पुंछ जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर में पहले भी संघर्ष विराम का अतिक्रमण होता रहा है। पाकिस्तान की ओर से इस तरह की उकसावे वाली हरकतें की जाती रही हैं, जिनका भारतीय सेना हमेशा मुंहतोड़ उत्तर देती आई है। इसी साल फरवरी में भी पाकिस्तान ने बिना किसी कारणवश गोलीकां डकी थी, जिसका भारतीय सेना ने करारा उत्तर दिया था। इस उत्तर कार्रवाई में कई पाकिस्तानी सैन्य हताहत हुए थे। भारतीय सेना की मुस्तैदी से यह साफ है कि वह देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसी भी हाल में विपक्षी को करारा उत्तर देने के लिए मुस्तैद है।