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Breaking News: Platinum: प्लेटिनम ने सोना-चांदी को पछाड़ा

Dhanarekha
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Breaking News: Platinum: प्लेटिनम ने सोना-चांदी को पछाड़ा

इस साल निवेशकों को बड़ा मुनाफा

नई दिल्ली: कीमती धातुओं की दौड़ में इस बार सोना(Gold) और चांदी(Silver) चर्चा में रहे, लेकिन प्लेटिनम(Platinum) ने चुपचाप सबसे ज्यादा फायदा देने वाली धातु का खिताब हासिल कर लिया। इस साल प्लेटिनम(Platinum) ने निवेशकों को सोने और चांदी से कहीं अधिक रिटर्न दिया है। फिलहाल दिल्ली में प्लेटिनम की कीमत लगभग 39,300 रुपये प्रति 10 ग्राम है

प्लेटिनम का रिकॉर्ड तोड़ उछाल

इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2025 में प्लेटिनम ने करीब 57% की बढ़त दर्ज की, जबकि सोने में 38% और चांदी में 43% का इजाफा हुआ। केवल जून महीने में ही प्लेटिनम की कीमत 28% बढ़ी, जो कई दशकों में सबसे तेज उछाल है। यही वजह है कि निवेशकों के बीच अब यह धातु सबसे आकर्षक विकल्प बन चुकी है।

वर्ल्ड प्लेटिनम(Platinum) इन्वेस्टमेंट काउंसिल का अनुमान है कि आने वाले महीनों में भी कीमतों में तेजी बनी रह सकती है। इसका कारण वैश्विक स्तर पर प्लेटिनम की सप्लाई में कमी है। इस साल उत्पादन में 6% तक गिरावट की आशंका है, खासकर साउथ अफ्रीका में, जहां 25 सालों में सबसे कम उत्पादन हो सकता है।

मांग क्यों बढ़ रही है प्लेटिनम की

ऑटोमोबाइल सेक्टर में प्लेटिनम की खपत बनी हुई है। इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन बढ़ने के बावजूद इस धातु की मांग में कोई बड़ी गिरावट नहीं आई है। इसके अलावा ज्वेलरी की डिमांड 11% बढ़ने का अनुमान है। चीन और भारत जैसे देशों में लोग सोने की तुलना में इसे सस्ता और आकर्षक विकल्प मान रहे हैं।

निवेशकों के बीच भी प्लेटिनम की ओर रुझान तेजी से बढ़ा है। बार, सिक्के और ETFs में निवेश लगातार मजबूत हो रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार युवाओं में प्लेटिनम ज्वेलरी की लोकप्रियता और निवेश में दिलचस्पी, दोनों मिलकर इसके दामों को और ऊपर ले जा रहे हैं।

प्लेटिनम की कीमतों में अचानक इतनी तेजी क्यों आई?

इस साल उत्पादन में कमी, युवाओं का ज्वेलरी के रूप में प्लेटिनम चुनना और ETF निवेशकों की संख्या बढ़ना प्रमुख कारण हैं। इसके अलावा चीन और भारत जैसे देशों में इसे सोने की जगह किफायती विकल्प के रूप में अपनाया जा रहा है।

क्या आने वाले समय में प्लेटिनम सोने को भी पीछे छोड़ देगा?

विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा रफ्तार अगर बनी रही तो यह संभव है। उत्पादन की कमी और बढ़ती मांग इसकी कीमत को और ऊपर ले जा सकती है। हालांकि सोने की ऐतिहासिक पकड़ अब भी मजबूत है, इसलिए तुलना में वक्त लगेगा।

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