भारी बारिश की चेतावनी
उत्तराखंड (Uttrakhand) में भारी बारिश की चेतावनी के कारण बुधवार को केदारनाथ (Kedarnath) यात्रा तीन दिनों के लिए रोक दी गई है। तीर्थयात्रियों को सोनप्रयाग और जवाड़ी पुलिस चौकियों पर बैरिकेड्स लगाकर आगे बढ़ने से रोका जा रहा है। जिला प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियात के तौर पर 12 अगस्त से 15 अगस्त तक यात्रा बंद कर दी थी। जब लगभग 100-150 तीर्थयात्रियों ने सोनप्रयाग में बैरिकेड्स को जबरन तोड़ने की कोशिश की, तो पुलिस ने हस्तक्षेप किया और बिना किसी बड़ी घटना के उन्हें रोक दिया। रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने पुष्टि की कि स्थिति बिना किसी समस्या के नियंत्रण में आ गई।
पुलिस और तीर्थयात्रियों के बीच हुई झड़प का एक वीडियो वायरल
रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने कहा कि आज सुबह लगभग 100-150 तीर्थयात्री सोनप्रयाग पहुँचे और उन्होंने सोनप्रयाग में पुलिस से बहस करके आगे बढ़ने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रोक दिया और आगे नहीं जाने दिया। इस मामले में किसी के साथ कोई घटना नहीं हुई है। उन्होंने कहा, ‘जब वे निर्देश के बावजूद ज़िद पर अड़े रहे, तो पुलिस को उन्हें तितर-बितर करने के लिए कार्रवाई करनी पड़ी।’ यह घटना सोनप्रयाग में रुद्रप्रयाग पुलिस और तीर्थयात्रियों के बीच हुई झड़प का एक वीडियो वायरल होने के बाद हुई है।

बारिश के कारण रेड अलर्ट जारी
रुद्रप्रयाग के एसपी अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने कहा, ‘पुलिस और तीर्थयात्रियों के बीच हुई झड़प का वीडियो वायरल हो गया है। यहाँ लगातार हो रही बारिश के कारण रेड अलर्ट जारी है। कल एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में एक महिला की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। इसके बाद ज़िला प्रशासन ने तीर्थयात्रा को तीन दिनों के लिए रोक दिया था, जो कल तक प्रभावी है। इसके बावजूद और बैरिकेड्स लगाने के बावजूद, तीर्थयात्री चोरी-छिपे सोनप्रयाग पहुँच रहे हैं।’
सोनप्रयाग में बैरिकेडिंग
यात्रा रोकने का निर्णय तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, क्योंकि भारी बारिश से भूस्खलन और दुर्घटनाएँ हो सकती हैं। अधिकारी स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहे हैं और मौसम ठीक होने पर तीर्थयात्रियों को आगे बढ़ने की अनुमति देंगे। उन्होंने बताया कि ज़िला पुलिस श्री केदारनाथ धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों से अनुरोध कर रही है कि वे जवाड़ी स्थित ज़िला पुलिस चौकी से आगे न जाएँ। इसके लिए पुलिस ने सोनप्रयाग में बैरिकेडिंग भी लगा दी थी। हालाँकि, कुछ तीर्थयात्रियों ने पुलिस को धक्का देना शुरू कर दिया और बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने का प्रयास किया।
केदारनाथ मंदिर 6 महीने बंद क्यों रहता है?
उत्तराखंड के ऊंचे हिमालयी क्षेत्र में स्थित केदारनाथ मंदिर भारी बर्फबारी और अत्यधिक ठंड के कारण सर्दियों में बंद रहता है। नवंबर से अप्रैल तक यहाँ मौसम प्रतिकूल हो जाता है, जिससे दर्शन संभव नहीं होता। इस दौरान भगवान की पूजा ऊखीमठ में की जाती है।