कांग्रेस ने बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक नाबालिग लड़की से बलात्कार और उसकी हत्या के विरोध में सोमवार को यहां एक मार्च निकाला। पुलिस ने यह जानकारी दी।
कांग्रेस ने बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक नाबालिग लड़की से बलात्कार और उसकी हत्या के विरोध में सोमवार को यहां एक मार्च निकाला। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पटना में प्रदर्शन के दौरान एहतियात के तौर पर कांग्रेस के सात कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया।
मौत स्वास्थ्य प्रणाली के ध्वस्त हो जाने के कारण हुई : कांग्रेस
पटना में एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पार्टी की राज्य इकाई के मुख्यालय सदाकत आश्रम से कुछ सौ मीटर की दूरी पर श्री कृष्णापुरी इलाके के राजापुल में हिरासत में लिया गया, क्योंकि प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास तक मार्च करना चाहते थे। श्री कृष्णापुरी थाने के प्रभारी प्रभात कुमार ने कहा, “सुरक्षाकर्मियों ने कांग्रेस के सात कार्यकर्ताओं को एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया और थाने ले आए। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
दिल दहला देने वाली घटना
” पत्रकारों से बात करते हुए, विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा, “पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) में बलात्कार पीड़िता की मौत एक दिल दहला देने वाली घटना है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले हमारे राज्य का अपमान है।” उन्होंने आरोप लगाया कि पीड़िता की मौत “राज्य में कानून-व्यवस्था और स्वास्थ्य प्रणाली के ध्वस्त हो जाने” के कारण हुई। उन्होंने दावा किया, “राज्य की राजग सरकार और पीएमसीएच प्रशासन लड़की की मौत के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है। इस घटना ने सरकार, मुख्यमंत्री और पीएमसीएच की संवेदनहीनता को उजागर कर दिया है।”
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, “लड़की ने रविवार सुबह दम तोड़ दिया। अगर समय पर उसका इलाज किया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। लेकिन डबल इंजन की सरकार न केवल सुरक्षा मुहैया कराने में बल्कि उसकी जान बचाने में भी लापरवाह रही।” कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस घटना को लेकर मुजफ्फरपुर में धरना भी दिया। बता दें कि 26 मई को मुजफ्फरपुर के अपने गांव में बलात्कार की शिकार हुई लड़की को शनिवार को गंभीर हालत में पीएमसीएच लाया गया।
आरोपी ने उसका गला और सीना बेरहमी से रेत दिया था
पुलिस ने बताया, “आरोपी ने उसका गला और सीना बेरहमी से रेत दिया था। उसने गला रेतकर उसे मारने की कोशिश की थी। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।” जिला प्रशासन ने सोमवार को मृतका के परिवार को मुआवजे के तौर पर 4,12,500 रुपये का चेक सौंपा। मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी सुब्रत सेन ने संबंधित अधिकारियों को आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने के बाद 4,12,500 रुपये के मुआवजे की दूसरी किस्त जारी करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, मौजूदा प्रावधानों के मुताबिक मृतका के परिवार को 7,750 रुपये मासिक पेंशन देने की भी मंजूरी दी गई है।
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