कोड स्कैन करके कर सकते हैं यूपीआई-आधारित डिजिटल भुगतान
हैदराबाद। तेलंगाना में डाकघर के ग्राहक अब क्यूआर (QR) कोड स्कैन करके यूपीआई-आधारित डिजिटल भुगतान कर सकते हैं, जिससे स्पीड पोस्ट, पंजीकृत डाक, पार्सल, अंतर्राष्ट्रीय मेल और इलेक्ट्रॉनिक मनी ऑर्डर जैसी कई सेवाओं के लिए नकद भुगतान करने की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी। यह भारतीय डाक के अगली पीढ़ी के डिजिटल बुनियादी ढाँचे के उन्नयन, उन्नत डाक प्रौद्योगिकी (APT) 2.0 को अपनाने से संभव हुआ है। एपीटी 2.0 का उद्देश्य डाक सेवाओं का आधुनिकीकरण, दक्षता, पारदर्शिता और सभी शाखाओं में सेवा वितरण में सुधार करना है। इस पहल के तहत, तेलंगाना डाक मंडल अगस्त के पहले सप्ताह तक तेलंगाना भर में अपने 32 प्रधान डाकघरों, 685 उप डाकघरों और 4,986 शाखा डाकघरों में एपीटी 2.0 लागू कर रहा है।
सेवाओं का आधुनिकीकरण करना पहल का उद्देश्य
तेलंगाना पोस्टल सर्कल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘इस पहल का उद्देश्य डाकघरों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं का आधुनिकीकरण करना, लेनदेन को अधिक कुशल और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाना है। नई प्रणाली के कार्यान्वयन के साथ, डाक विभाग को उम्मीद है कि डिजिटल परिवर्तन और ग्राहक संतुष्टि के मामले में यह अन्य सरकारी सेवाओं के लिए एक मानक स्थापित करेगा।’ इस कदम से डाक नेटवर्क में उल्लेखनीय सुधार आने की उम्मीद है, जिससे शहरी और ग्रामीण, दोनों क्षेत्रों को ग्राहक-अनुकूल कदम के रूप में लाभ होगा। अधिकारी ने आगे कहा, ‘हम अपने ग्राहकों की सेवा करते हैं और सेवाओं को पहले से कहीं अधिक विश्वसनीय, सुलभ और ग्राहक-अनुकूल बनाते हैं।’

एंड-टू-एंड कंसाइनमेंट ट्रैकिंग
एपीटी 2.0 के तहत ग्राहकों को प्रदान की जाने वाली अन्य नई सुविधाओं में बुकिंग से लेकर डिलीवरी तक रीयल-टाइम एसएमएस अपडेट के साथ एंड-टू-एंड कंसाइनमेंट ट्रैकिंग शामिल है। इसके अतिरिक्त, अधिक विश्वसनीय डिलीवरी जानकारी अपडेट की जाती है क्योंकि टिप्पणियों का फोटो प्रूफ रीयल-टाइम में कैप्चर किया जाता है। सेल्फ-बुकिंग और एकीकृत यूपीआई भुगतान के साथ बल्क ग्राहक सहायता की सुविधा भी उपलब्ध है। तेलंगाना डाक परिमंडल ने 8 जुलाई को हैदराबाद, रंगारेड्डी, नलगोंडा, यादाद्री भुवनागिरी और मेडचल-मलकाजगिरी जिलों के कुछ हिस्सों में 4 प्रधान डाकघरों, 105 उप डाकघरों और 453 शाखा डाकघरों में इस नई आईटी पहल को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया। इस पायलट प्रोजेक्ट में 17 डाक कार्यालय और 23 प्रशासनिक कार्यालय भी शामिल थे।
पोस्ट ऑफिस की परिभाषा क्या है?
डाकघर एक सरकारी संस्था है जो पत्र, पार्सल, मनी ऑर्डर और बचत सेवाओं जैसे संचार और वित्तीय कार्यों को नागरिकों तक पहुँचाने का कार्य करती है।
डाकघर का इतिहास क्या है?
Post Office का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा है, जब शासक संदेशवाहकों द्वारा संचार करते थे। भारत में आधुनिक डाक व्यवस्था 1854 में लॉर्ड डलहौजी द्वारा स्थापित की गई।
डाकघर के क्या कार्य हैं?
Post Office पत्र और पार्सल वितरण, मनी ऑर्डर, बचत खाता, जीवन बीमा, रिटायरमेंट योजनाएं, स्पीड पोस्ट, पासपोर्ट सेवा और बिल भुगतान जैसी विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है।
Read Also : Hyderabad : भूमि रिकॉर्ड डिजिटलीकरण की दौड़ में तेलंगाना पिछड़ा