कतर ने दी इजरायल को खुली चेतावनी
दोहा: दोहा में हुए इजरायली हवाई हमले ने मध्य पूर्व में तनाव को और बढ़ा दिया है। यह हमला कथित तौर पर हमास(Hamas) नेताओं को निशाना बनाकर किया गया, जिससे राजधानी में कई धमाकों की आवाजें गूंजीं। कतर(Qatar) ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताते हुए कहा कि वह इस तरह के हमलों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। वहीं, जॉर्डन(Jordan) जैसे मुस्लिम देशों ने भी इजरायल की इस कार्रवाई पर कड़ा विरोध जताया है।
कतर की तीखी प्रतिक्रिया और चेतावनी
कतरी(Qatar) विदेश मंत्रालय ने इस हमले को “कायराना” और “आपराधिक” करार देते हुए कहा कि यह न केवल कतरवासियों बल्कि वहां रह रहे सभी लोगों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा है। मंत्रालय ने सुरक्षा एजेंसियों को तुरंत सतर्क कर दिया और नुकसान को रोकने तथा नागरिकों की रक्षा के उपाय शुरू कर दिए।
बयान में यह भी साफ कहा गया कि कतर किसी भी स्थिति में अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय सुरक्षा पर समझौता नहीं करेगा। कतरी अधिकारियों ने जोर दिया कि यह हमला क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने की कोशिश है और इसकी उच्चस्तरीय जांच जारी है।
जॉर्डन का विरोध और क्षेत्रीय संकट
इजरायल के इस कदम पर जॉर्डन ने भी कड़ी नाराजगी जताई है। जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने बमबारी को संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करार दिया। मंत्रालय ने इसे कतर की सुरक्षा और संप्रभुता पर सीधा हमला बताया।
प्रवक्ता फुआद मजाली ने कहा कि यह कदम पूरे क्षेत्र को हिंसा और संघर्ष की ओर धकेल सकता है। उन्होंने दोहराया कि जॉर्डन, कतर द्वारा उठाए गए हर रक्षात्मक कदम के साथ खड़ा रहेगा और उसे पूरा समर्थन देगा।
दोहा पर हुए इजरायली हमले को कतर ने किस रूप में देखा?
कतर(Qatar) ने इस हमले को आपराधिक और कायराना बताया। उसने कहा कि यह न केवल अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है बल्कि कतर की संप्रभुता और वहां के नागरिकों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा भी है।
जॉर्डन ने इजरायल की कार्रवाई पर क्या प्रतिक्रिया दी?
जॉर्डन ने बमबारी की निंदा करते हुए इसे उत्तेजक और अस्वीकार्य बताया। उसने चेतावनी दी कि इस तरह की हरकतें क्षेत्र में और अधिक हिंसा को जन्म देंगी तथा कतर की संप्रभुता पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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