इंदौर। यह कहानी है इंदौर के रघुवंशी परिवार की। हाल ही में सोनम की शादी ट्रांसपोर्टर अशोक रघुवंशी के बेटे राजा से हुआ। राजा और सोनम ने हनीमून के लिए शिलांग जाने का प्लान बनाया। इस सफर की शुरुआत 20 मई 2025 को, जब ये दोनों नवविवाहित शिलांग के लिए रवाना हुए।
शुरुआत में सब कुछ सामान्य था। राजा और सोनम शिलांग पहुंचे और वहां होटल में ठहरे। किराए पर टू व्हीलर लिया और घूमने निकले। इस बीच, दोनों की इंदौर में परिवार से बात होती रही।
23 मई को परिवार की बेटे-बहू से आखिरी बार बात हुई। इसके बाद दोनों का कोई पता नहीं चला। यह सुनते ही परिवार में चिंता में आ गया। तरह-तरह की शंका-आशंकाओं के बीच पता लगाने का हर संभव प्रयास कर लिया, लेकिन हनीमून पर निकले इस जोड़े का आखिर क्या हुआ, यह समझ में नहीं आ रहा था।
राजा का शव खाई में मिला
26 मई को शिलांग पुलिस को डबल डेकर क्षेत्र के पास एक गहरी खाई में राजा का शव मिला। शव की हालत से साफ था कि राजा की हत्या हुई है। पुलिस ने वहां से चाकू और राजा का मोबाइल भी बरामद किया। इस चाकू को स्थानीय भाषा में डाव कहा जाता है। यह हथियार काफी खतरनाक होता है।
परिवार ने प्रशासन की लापरवाही पर जताया गुस्सा
बेटे की मौत की खबर सुनकर परिजन बेहाल हो गए। वहीं सोनम की कोई खबर नहीं मिल पा रही थी। राजा के भाई सचिन ने बताया कि पुलिस का रवैया शुरू से ही ढीला रहा। उन्होंने कई बार कहा कि पुलिस ने शक के आधार पर पूछताछ नहीं की, सर्चिंग में लापरवाही की गई और ड्रोन कैमरे भी तीन दिन बाद मंगवाए गए।
परिवार का कहना है कि अगर पुलिस अलर्ट होती तो राजा को जिंदा भी बचाया जा सकता था। पुलिस ने इस हत्या की जांच के लिए एसआईटी भी बनाई, लेकिन परिवार को उस जांच पर भी भरोसा नहीं था। परिवार ने सीधे-सीधे सीबीआई जांच की मांग कर दी।
शक के आधार पर आगे बढ़ी पुलिस जांच
राजा ने हिल स्टेशन पर घूमने के लिए स्कूटर किराए पर लिया था। उस स्कूटर में GPS लगा था, जिससे पता चला कि उस स्कूटर को 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया गया। राजा और सोनम के लिए यह रफ्तार बहुत ज्यादा थी।
यह बात भी काफी शक पैदा कर रही थी कि क्या वाकई में दोनों ने ही इतनी तेजी से स्कूटर चलाई थी। इसके अलावा शक होटल के कर्मचारी और होटल के मालिक पर भी था। राजा और सोनम का बैग वहां मिला था, लेकिन बैग के ताले खुले हुए थे।
होटल स्टाफ ने बताया कि दोनों शाम करीब 5:30 बजे घूमने निकले थे। यह बात भी परिजनों को सही नहीं लगी। अगला शक गाइड पर था, जिसने नवविवाहित जोड़े को रास्ते में छोड़ दिया था। परिवार ने पुलिस को तीनों के बारे में जानकारी दी थी, लेकिन पुलिस ने किसी की कड़ी पूछताछ नहीं की।
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