राजेश खन्ना को इंडियन फ़िल्म का पहला सुपरस्टार कहा जाता है। अपने जमाने के सबसे बड़े फ़िल्मी सितारा रहे काका ने न सिर्फ स्टारडम का ट्रेंड आरंभ किया बल्कि करोड़ों दिलों पर राज भी किया।
लगातार फ्लॉप फिल्मों ने किया टूटने पर मजबूर
राजेश खन्ना की एक समय ऐसी हालत बन गई थी जब उनकी लगातार 7 सिनेमा में फ्लॉप हो गईं। इस विफलता ने उन्हें भीतर से झकझोर दिया था।
बरसात की रात जब सब कुछ खत्म करने का मन बना लिया
एक रात जब तेज बरसात हो रही थी और पूरा घर सो रहा था, तब राजेश खन्ना ज़ोर-ज़ोर से रो रहे थे। उनकी हालत देखकर पत्नी डिंपल कपाड़िया भी घबरा गई थीं।
यासेर उस्मान की किताब “The Untold Story of India’s First Superstar” में इस हालत का उल्लेख है, जहाँ बताया गया कि काका आत्महत्या तक के सोच में डूब चुके थे।

राजेश खन्ना की महत्वपूर्ण सिनेमा
खन्ना ने हिंदी सिनेमा को कई सुपरहिट सिनेमा दीं, जिनमें शामिल हैं:
- आनंद, आराधना, कटी पतंग, अमर प्रेम, दाग,
- हाथी मेरे साथी, बावर्ची, सौतन, स्वर्ग, अगर तुम ना होते।
फ्लॉप सिनेमा से भी मिली सीख
कुछ सिनेमा जो बॉक्स ऑफिस पर नहीं चलीं लेकिन चर्चा में रहीं:
- महाचोर, बंडल बाज, अनुरोध, त्याग, कर्म, चलता पुर्जा
- और उनकी पहली फ्लॉप सिनेमा आखिरी खत (1966)
12 जुलाई 2012 को हुआ था निधन
राजेश खन्ना ने 69 वर्ष की उम्र में 12 जुलाई 2012 को मुंबई में प्राणांत हुवा। उनके जाने से हिंदी मूवी में एक युग का अंत हो गया।