टॉम कर्रन: पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) 2025 को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण 8 मई को PSL पर अस्थायी रोक लगाई गई थी। इसके बाद लीग के बचे हुए मैच संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में शिफ्ट कर दिए गए। अब बांग्लादेश के लेग स्पिनर रिशद हुसैन (Rishad Hussain), जो लाहौर कलंदर्स की ओर से खेल रहे थे, ने विदेशी खिलाड़ियों के डर का बड़ा विवरण किया है।
दुबई पहुंचते ही खुली खिलाड़ियों की जुबान
रिशाद हुसैन ने कहा कि जैसे ही खिलाड़ी दुबई पहुंचे, सबने राहत की सांस ली। उन्होंने कहा,
“हर खिलाड़ी डरा हुआ था। विशेष रूप से विदेशी खिलाड़ी घबराए हुए थे। टॉम कर्रन तो इस कदर घबरा गए कि एयरपोर्ट पर रोने लगे। उन्हें संभालने के लिए दो-तीन लोग लगे थे।”
डेरल मिचेल का बयान: “अब कभी पाकिस्तान नहीं जाऊंगा”
रिशाद के मुताबिक, डेरल मिचेल ने साफ तौर पर कहा कि वह अब कभी पाकिस्तान नहीं आएंगे, खासकर ऐसे माहौल में। इसके अलावा सैम बिलिंग्स, कुशल परेरा, डेविड वीज जैसे खिलाड़ी भी लगातार अपने देश लौटने की जल्दी में थे।

PSL 2025 के बचे मैच UAE में होंगे
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने टूर्नामेंट को सुरक्षित रूप से समाप्त करने के लिए शेष 8 मैच यूएई में कराने का निर्णय किया है। पहले ये मैच लाहौर, रावलपिंडी और मुल्तान में होने थे। लेकिन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी प्रबंध स्थल बदले गए।
“राजनीति और खेल को अलग रखें” – पीसीबी
पीसीबी चेयरमैन मोहेसिन नकवी ने बयान जारी करते हुए कहा,
“राजनीति और खेल को अलग रखना चाहिए, लेकिन परिस्थिति को देखते हुए हमें यह निर्णय लेना पड़ा। रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम को निशाना बनाए जाने की जानकारी के बाद यह निर्णय लिया गया।”
पीएसएल में खिलाड़ियों की सुरक्षा बना सवाल
रिशाद हुसैन का यह खुलासा बताता है कि पीएसएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में विदेशी खिलाड़ियों की सुरक्षा कितना बड़ा उद्देश्य बन चुकी है। इस पूरे घटनाक्रम से पाकिस्तान क्रिकेट की छवि को नुकसान पहुंचा है और आने वाले सीज़न में विदेशी खिलाड़ियों की भागीदारी पर सवाल खड़े हो सकते हैं।