गोरखपुर। चराचर जगत पर कृपा बरसाने वाले देवाधिदेव महादेव को अत्यंत प्रिय पावन सावन (Sawan) माह के पहले दिन मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने शुक्रवार प्रातः काल रुद्राभिषेक व हवन किया। रुद्राभिषेक का अनुष्ठान पूर्ण कर उन्होंने भगवान भोले शंकर से चराचर जगत के कल्याण और सभी नागरिकों के सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।
सीएम योगी ने भगवान भोलेनाथ को पूजन सामग्री अर्पित कर रुद्राभिषेक किया
शुक्रवार प्रातः गोरखनाथ मंदिर के अपने आवास के प्रथम तल स्थित शक्तिपीठ में सीएम योगी ने भगवान भोलेनाथ को विल्व पत्र, दुर्वा, मदार पत्र, कमल पुष्प समेत अनेकानेक पूजन सामग्री अर्पित करने के बाद जल, दूध और ऋतुफल के रस से रुद्राभिषेक किया।

पुरोहितगण ने शुक्ल यजुर्वेद संहिता के रुद्राष्टाध्यायी के महामंत्रों द्वारा रुद्राभिषेक संपन्न कराया
मठ के विद्वत आचार्यगण एवं पुरोहितगण ने शुक्ल यजुर्वेद संहिता के रुद्राष्टाध्यायी के महामंत्रों द्वारा रुद्राभिषेक संपन्न कराया। रुद्राभिषेक के बाद गोरक्षपीठाधीश्वर ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन किया। विधि विधान से पूर्ण हुए रुद्राभिषेक अनुष्ठान के उपरांत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों के आरोग्यमय, सुखमय, समृद्धमय व शांतिमय जीवन की मंगलकामना की।
सावन की शुरुआत और अंत कब ?
आरंभ: 11 जुलाई 2025 (शुक्रवार)
समाप्ति: 9 अगस्त 2025 (शनिवार)
सावन किस मौसम में है?
श्रावण मास भारत में मुख्यतः वर्षा ऋतु (Rainy Season) के दौरान आता है।
सावन में कितने सोमवार होते हैं?
आमतौर पर 4 या 5 सोमवार (सोमवार व्रत) होते हैं — यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह वर्ष कैसा है और सावन की शुरुआत किस दिन से होती है।
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